कलश यात्रा के साथ शुरू हुआ चार दिवसीय गायत्री महायज्ञ

पूर्णिया। गायत्रीतीर्थ शातिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में चार दिवसीय गायत्री महायज्ञ मंगलवार को म

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 Dec 2018 09:50 PM (IST) Updated:Tue, 11 Dec 2018 09:50 PM (IST)
कलश यात्रा के साथ शुरू हुआ चार दिवसीय गायत्री महायज्ञ
कलश यात्रा के साथ शुरू हुआ चार दिवसीय गायत्री महायज्ञ

पूर्णिया। गायत्रीतीर्थ शातिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में चार दिवसीय गायत्री महायज्ञ मंगलवार को मंगल कलश यात्रा के साथ शुरू हुआ। कलश यात्रा गायत्री शक्तिपीठ कला भवन से निकलकर आरएन साह चौक, भट्ठा बाजार होते हुए डीएसए ग्राउंड पहुंची। इस यात्रा में पीत वस्त्रों में सैकड़ों की संख्या में महिला श्रद्धालु अपने सिर पर कलश लेकर गाजे-बाजे के साथ चल रही थी। द्वितीय सत्र में सभी गुरु भाई-बहनों ने गोष्ठी में भाग लिया। तृतीय सत्र में यज्ञ स्थल डीएसए ग्राउंड में शाति कुंज हरिद्वार से आई टोली के द्वारा भजन-कीर्तन एवं प्रवचन दिया गया। पं. राजकुमार भृगु ने मनुष्य तन के महत्व की सविस्तार व्याख्या के साथ ही मानव के विवेक एवं बुद्धि की महिमा का कई आख्यानों के द्वारा मार्मिक विवेचन किया। कथा सुनने आए गायत्री उपासक एवं भगवत अनुरागी मां-बहन और बुजुगरें ने बड़ी तन्मयता के साथ कथा सुना और लाभावित हुए। पं. बनबारी लाल सैनी ने गायत्री मंत्र की व्याख्या श्रोता के सामने प्रस्तुत की। हरिद्वार से आए शुभम्, दिनेश एवं महेश के भक्तिमय गायन एवं वादन से श्रोता भक्ति रस में भाव विभोर हो गए।

बुधवार को प्रात: छह से 7.30 बजे तक सामूहिक जप, ध्यान, प्रज्ञायोग, व्यायाम एवं आठ से 11 बजे तक देवपूजन, गायत्री महायज्ञ, अपराह्न तीन से चार बजे तक कार्यकर्ताओं की गोष्ठी तथा सायं पांच बजे से प्रज्ञा कथा का वाचन किया जाएगा।

तीसरे दिन 13 दिसंबर को प्रात: छह से 7.30 बजे तक सामूहिक जप, ध्यान, प्रज्ञा योग एवं व्यायाम, आठ से 11 बजे तक गायत्री यज्ञ एवं विभिन्न संस्कार, दोपहर तीन से चार बजे तक कार्यकर्ता गोष्ठी तथा संध्या पांच से आठ बजे तक संगीत प्रवचन, सत्कार्यों का अभिनंदन एवं संकल्प दीप महायज्ञ होगा।

चौथे एवं आखिरी दिन शुक्रवार को प्रात छह से 7.30 बजे तक सामूहिक जप, ध्यान, प्रज्ञा योग, व्यायाम, आठ बजे से 11 बजे तक विभिन्न संस्कार, गायत्री महायज्ञ एवं पूर्णाहुति तथा कार्यकर्ताओं की सराहना, आगे की जिम्मेदारी एवं टोली विदाई होगी। गायत्री शक्ति पीठ पूर्णिया के आयोजक मंडल ने पूर्णिया के धर्मानुरागियों से यज्ञस्थल पर समय से कार्यक्रम के अनुसार आने की अपील की है।

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