विधान परिषद का अस्तित्व समाप्त कर खर्च को चिकित्सा सेवा के आधारभूत संरचना में लगाया जाए

पूर्णिया। कोरोना महामारी के मद्देनजर बिहार में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा की मांग को लेकर सामाि

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 08:05 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 08:05 PM (IST)
विधान परिषद का अस्तित्व समाप्त कर खर्च को चिकित्सा सेवा के आधारभूत संरचना में लगाया जाए
विधान परिषद का अस्तित्व समाप्त कर खर्च को चिकित्सा सेवा के आधारभूत संरचना में लगाया जाए

पूर्णिया। कोरोना महामारी के मद्देनजर बिहार में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा की मांग को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता विजय कुमार श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने अनुरोध करते हुए कहा है कि दीपावली में कीड़े-फतिगे जिस तरह पट पटा कर मरते हैं आज कोरोना वायरस से मनुष्यों की मौत भी उसी तरह हो रही है।

अन्य राज्यों की तुलना में चिकित्सा संबंधी आधारभूत संचरना बिहार में अपेक्षाकृत कम है और कोरोना वायरस के रोगियों की संख्या अन्य राज्यों से भी अधिकतम होने वाली है। ऐसी स्थिति में ऑक्सीजन प्लांट का इंस्टॉलेशन प्रत्येक जिला के जिला अस्पताल में होना चाहिए। पारा मेडिकल कॉलेजों और हास्पीटल मैनेजमेंट कॉलेजों की उपलब्धता पर्याप्त संख्या में बिहार में होनी चाहिए। बिहार में लाइफ सेविग ड्रग्स आधारित फार्मास्युटिकल कंपनियों को लाने का प्रयास होना चाहिए। बिहार विधान परिषद का अस्तित्व कई राज्यों की तरह बिहार में भी समाप्त करने पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और इस पर खर्च होने वाले फंड से बिहार में चिकित्सा सेवाओं का अपग्रेडेड इंफ्रास्ट्रक्चर कम-से-कम प्रत्येक जिला अस्पताल में निश्चित रूप से उपलब्ध कराना चाहिए।

पटना से मुजफ्फरपुर की दूरी सिर्फ 80 किलोमीटर है और पटना से पूर्णिया के अंचलों की दूरियां 320 किलोमीटर से 450 किलोमीटर है। इसके बावजूद पटना एवं मुजफ्फरपुर में पीएम केयर्स फंड से डीआरडीओ द्वारा निर्मित कोरोना वायरस बीमारी का अस्पताल उपलब्ध है। पटना के बाद दूसरा सर्वश्रेष्ठ लोकेशन सिर्फ पूर्णिया है। निश्चित रूप से पूर्णिया के अंचलों की करोड़ों आबादी के साथ अन्याय किया गया है। पूर्णिया मेडिकल कॉलेज की शुरुआत में आश्चर्यजनक एवं आपत्तिजनक विलंब भी पूर्णिया के अंचलों की करोड़ों आबादी के मानवीय मूल्यों एवं उनके जीवन के साथ खुल्लमखुल्ला खिलवाड़ एवं मजाक है। बिहार की वर्तमान एवं भावी पीढि़यों के चिकित्सा संबंधी बेहतरी के श्रेष्ठ हितों में उपरोक्त बिंदुओं पर कार्य करने की जरूरत है।

chat bot
आपका साथी