मखाना, मशरूम व केले की खेती को लेकर किसानों को दिया गया प्रशिक्षण

पूर्णिया। कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा दस चयनित किसानों को 12 हजार केले के पौधे उपलब्ध कराया जा

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 09:36 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 09:36 PM (IST)
मखाना, मशरूम  व केले की खेती को लेकर किसानों को दिया गया प्रशिक्षण
मखाना, मशरूम व केले की खेती को लेकर किसानों को दिया गया प्रशिक्षण

पूर्णिया। कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा दस चयनित किसानों को 12 हजार केले के पौधे उपलब्ध कराया जाएगा । केवीके में बायोटेक किसान हब परियोजना अंतर्गत दस चयनित किसानों को केला की खेती के बारे में जानकारी दी गई । मौके पर केवीके के वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान डॉ. सीमा कुमारी ने बताया कि बायोटेक किसान हब परियोजना अंतर्गत मखाना, मशरूम और केले की खेती को लेकर किसानों को प्रशिक्षण के साथ बीज एवं सामग्री उपलब्ध कराया जाता है । इस परियोजना के द्वितीय वर्ष में पूर्णिया जिला के दस चयनित किसानों को जी-9 प्रभेद केला का टिशू कल्चर पौधे उपलब्ध कराया जाएगा । मौके पर चयनित किसानों को केले की वैज्ञानिक विधि से खेती के साथ टपक विधि से सिचाई के तकनीक भी उपलब्ध कराया गया । वहीं उन्हें इस परियोजना के पुस्तिका भी उपलब्ध कराया गया । मौके पर केवीके प्रधान डॉ. सीमा कुमारी ने बताया कि चयनित प्रत्येक किसान को एक एकड़ के लिए 1200 पौध (सकर) दिया जाएगा । यह केला का पौध वैज्ञानिक विधि से विकसित किया गया है और इसमें कीट व्याधि का प्रकोप की समस्या नहीं के बराबर है । बताया कि दस किसानों को कुल दस एकड़ में कुल 12 हजार पौध दिया जाएगा । जिसका प्रभेद जी-9 है । बताया कि बायोटेक किसान हब परियोजना यंग प्रोफेशनल साधना कुमारी, अनुनय कुमार के देखरेख में संचालित किया जा रहा है । मौके पर मौसम वैज्ञानिक दयानिधि चौबे, लेब टेक्नीशियन अजीत कुमार द्वारा किसानों को मौसम एवं मृदा से संबंधित जानकारी दी गई ।

chat bot
आपका साथी