पूर्णिया में कोरोना के 142 नए मरीज मिले

पूर्णिया। जिले में बुधवार को कोरोना संक्रमण के शिकार 142 नए मरीज मिले है। इनमें बायसी से

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 10:39 PM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 10:39 PM (IST)
पूर्णिया में कोरोना के 142 नए मरीज मिले
पूर्णिया में कोरोना के 142 नए मरीज मिले

पूर्णिया। जिले में बुधवार को कोरोना संक्रमण के शिकार 142 नए मरीज मिले है। इनमें बायसी से एक, पूर्णिया पूर्व से 76, श्रीनगर से एक, जलालगढ़ से चार, कसबा से 23, केनगर से एक, बनमनखी से 13, बीकोठी से पांच, धमदाहा से 10, रुपौली से चार, भवानीपुर से चार संक्रमित एंटीजन टेस्ट के दौरान मिले हैं। जिले में अब सक्रिय मरीजों की संख्या 1200 तक पहुंच गई है। जिले में बुधवार को 4 हजार 630 लोगों का टीकाकरण हुआ। इसमें प्रथम डोज 1014 है जबकि द्वितीय डोज 3 हजार 616 है। पूर्णिया विश्वविद्यालय में 15 मई तक भौतिक रूप में शैक्षणिक कार्य बंद

पूर्णिया विश्वविद्यालय क्षेत्रान्तर्गत सभी स्नातकोत्तर विभाग, अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालयों में भौतिक रूप से शैक्षणिक कार्य आगामी 15 मई तक बंद रहेगा। इस अवधि में ऑनलाइन कक्षाएं पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार चलती रहेगी। कोई भी शिक्षक बिना पूर्वानुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे। इस संबंध में विवि के कुलसचिव ने पत्र जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि 26 अप्रैल से राज्य सरकार के निर्देशानुसार 33 प्रतिशत उपस्थिति के साथ विवि, स्नातकोत्तर विभाग, अंगीभूत एवं संबद्ध कॉलेज का कार्यालयीय कार्य होगा। छात्रों की समस्याओं से संबंधित आवेदन प्रधानाचार्य कॉलेज में ही लेकर विवि को भेजेंगे। कहा गया है कि छात्र 15 मई तक विश्वविद्यालय मुख्यालय आने से परहेज करें। क्योंकि विवि परिसर में कई कर्मी कोविड में संक्रमित हो चुके हैं। पूर्व से निर्धारित स्नातक तृतीय खंड की नामांकन अवधि को अब 15 मई तक विस्तारित किया गया है। विवि में 15 मई तक सभी परीक्षाएं स्थगित रहेगी। विवि पूर्व से ही 24 अप्रैल तक बंद है। कोरोना संक्रमण से मुक्ति के लिए अष्टयाम संकीर्तन एवं हवन का आयोजन

ग्राम सुखसेना गांव के नाथ बाबा मंदिर परिसर में वैशिक महामारी कोरोना संक्रमण से मुक्ति के लिए अष्टजाम संकीर्तन का का आयोजन किया गया है।बुधवार को विद्वान पंडितों के द्वारा अष्टजाम संग कीर्तन का विधिवत समापन हवन आहुति देकर किया गया। इस मौके पर ग्रामीणों ने विश्व कल्याण, शांति तथा वर्तमान महामारी कोरोना संक्रमण संकट की समाप्ति की कामना की। अष्टजाम संकीर्तन में छह भजन मंडलियों ने बारी बारी से एक से बढ़कर एक रामधुनी की प्रस्तुति की। कोरोना महामारी को लेकर आयोजकों व श्रद्धालुओ द्वारा पूरा एहतियात बरती गयी। साफ सफाई तथा आवश्यक सामाजिक व शारीरिक दूरी का पालन करते हुए अष्टजाम के दौरान मंदिर परिसर को बार बार सेनिटाइज किया गया। अष्टजाम संग कीर्तन से गांव सहित आस पास के इलाकों के माहौल भक्तिमय रहा।

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