रेमेडिसिविर के इस्तेमाल में सावधानी जरूरी

पूर्णिया। कोरोना के गंभीर मरीजों को ही रेमेडिसिवीर इंजेक्शन दी जानी चाहिए। इसको लेकर क

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 12:22 AM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 12:22 AM (IST)
रेमेडिसिविर के इस्तेमाल में सावधानी जरूरी
रेमेडिसिविर के इस्तेमाल में सावधानी जरूरी

पूर्णिया। कोरोना के गंभीर मरीजों को ही रेमेडिसिवीर इंजेक्शन दी जानी चाहिए। इसको लेकर कई तरह भ्रांतियां भी लोगों के मन में है। स्वजन भी चिकित्सक रेमेडिसिवीर इंजेक्शन लिखने के लिए दवाब बनाते है। इस कारण से इसकी मांग बढ़ गई है और लोग मुनाफा कमाने के लिए कालाबाजारी तक करने से बाज नहीं आते है। उक्त बातें सिविल सर्जन डॉक्टर एसके वर्मा ने कही। इन परिस्थितियों में चिकित्सकीय सलाह पर इस इंजेक्शन इस्तेमाल करना चाहिए। कभी होम आईसोलेशन में इसके इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। चिकित्सक भी बहुत जरूरी समझे तभी इस इंजेक्शन का इस्तेमाल करें। मरीज को सांस लेने में दिक्कत हो, ऑक्सीजन का स्तर 94 से कम हो, छाती में लगातार दर्द का बने रहना या अचानक बढ़ जाना आदि ऐसे लक्षण है जिसको चिकित्सक पहचान कर इस इंजेक्शन देने की सलाह दे सकते है। चिकित्सक दबाव बनाना उचित नहीं है।

हल्के लक्षण वाले मरीज घर पर रहे आईसोलेट-:

माइल्ड या बिना लक्षण वाले रोगी ही होम आइसोलेशन में ही रहें। हल्के लक्षण में बुखार, कफ, खांसी, नाक बहना या बंद होना, सिरदर्द, थकान आदि शामिल है। आइसोलेशन के दौरान ऐसे रोगियों के लिए हर समय एक निगरानी करनी चाहिए। वैसे मरीज जिनकी उम्र 60 साल से अधिक है। हाइपरटेंशन, मधुमेह, फेफड़े, लीवर, किडनी और तंत्रिका तंत्र से जुड़े गंभीर रोग से ग्रसित है। उन्हें चिकित्सा पदाधिकारी के निर्देश औरआने वाले सभी लोगों को तीन लेयर वाले मास्क का इस्तेमाल करें। इलाज के दौरान कोरोना संक्रमित महिला की मौत

कोहबारा पंचायत के चम्पानगर बाजार में ही रहने वाली एक महिला कोरोना की भेंट चढ़ गई। 10 दिनों के अंदर इस पंचायत में कोरोना से यह तीसरी मौत है। मृत महिला चम्पानगर बाजार का ही रहने वाले रामचन्द्र दास की पत्नी सुमित्रा देवी (60) थी। सुमित्रा देवी पिछले पांच दिनों से बीमार चल रही थी। उसे श्वांस लेने में तकलीफ हो रही थी। मृत महिला के परिजनों ने बताया गुरूवार को उसे श्वांस लेने में अत्यधिक तकलीफ हो रही थी तो उसे पूर्णिया के फातिमा अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने उसके जांच के बाद कोरोना पॉजिटिव बताया। डाक्टर ने उसे कुछ दवाई देकर घर भेज दिया। शुक्रवार को सुमित्रा देवी की हालत बिगड़ने लगी तो परिजनों ने उसे फिर फातिमा अस्पताल ले गये जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों ने शव को चम्पानगर बाजार स्थित अपने घर पर ले आया। अंचलाधिकारी अशोक कुमार सिंह ने बताया मृतक के परिजनों को पीपीई कीट उपलब्ध करा दिया गया है। जांच के लिए राजस्व कर्मचारी को भेजा गया है। नियमानुसार मृतक के निकटतम आश्रित को सहायता पहुंचाया जाएगा।

chat bot
आपका साथी