शेल्टर होम के बच्चों की 15 दिनों में होगी स्वास्थ्य जांच, डीएम ने दिया निर्देश

जागरण संवाददाता पूर्णिया बाल गृह में रह रहे बच्चों की स्वास्थ्य जांच के लिए जिलाधिकारी ने

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 11:40 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 11:40 PM (IST)
शेल्टर होम के बच्चों की 15 दिनों में होगी स्वास्थ्य जांच, डीएम ने दिया निर्देश
शेल्टर होम के बच्चों की 15 दिनों में होगी स्वास्थ्य जांच, डीएम ने दिया निर्देश

जागरण संवाददाता, पूर्णिया: बाल गृह में रह रहे बच्चों की स्वास्थ्य जांच के लिए जिलाधिकारी ने चिकित्सक नियुक्त करने का निर्देश सिविल सर्जन को दिया है। डीएम राहुल कुमार जिला निरीक्षण समिति सदस्यों के साथ बुधवार को पर्यवेक्षण गृह, बालक गृह, बालिका गृह एवं भट्ठा बाजार में संचालित विशिष्ट दत्तक संस्थान का निरीक्षण किया तथा वहां रहने वाले बच्चे-बच्चियों को उपलब्ध होने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। पर्यवेक्षण गृह के निरीक्षण के दौरान उन्होंने खाने व रहने की व्यवस्था के साथ-साथ डिजिटल बोर्ड के माध्यम से बच्चों के सीखने की गतिविधि को भी देखा। पर्यवेक्षण गृह के निरीक्षण के बाद बगल में संचालित बालक गृह में रह रहे बच्चों से भी बातचीत की। उन्होंने वहां रहे बच्चों से कई सवाल पूछे और दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली। इस दौरान बाल गृह के बच्चों ने हैंडमेड कार्ड व अन्य हैंडीक्राफ्ट आयटम भी भेंट किया। डीएम ने बाल गृह में निरीक्षण के मौजूद सिविल सर्जन को बच्चों के स्वास्थ्य जांच के लिए हर 15 दिन में एक डॉक्टर को प्रतिनियुक्त करने का निर्देश दिया। बालक गृह के बाद कमिटी ने बालिका गृह व विशिष्ट दत्तक संस्थान का भी निरीक्षण किया। डीएम राहुल कुमार ने बताया कि जिले में संचालित पर्यवेक्षण गृह में 58, बालिका गृह में 53, बालक गृह में 28 व विशिष्ठ दत्तक संस्थान में 3 बच्चे रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह सामान्य विजिट था। जिला निरीक्षण समिति हरेक तीन महीने में सभी गृहों का निरीक्षण कर बच्चों को उपलब्ध करवाए जाने वाली सुविधाओं का जायजा लेती है। बताया कि सभी जगह व्यवस्था संतोषजनक था। उन्होंने बताया कि कोविड संक्रमण के कारण बालक गृह में डॉक्टर का विजिट लगातार नहीं हो रहा था। सिविल सर्जन को हरेक 15 दिनों में बच्चों का स्वास्थ्य जांच करवाने का निर्देश गया है। उन्होंने बताया कि पूर्णिया बालक गृह में कुछ बच्चे काफी ज्यादा टाइलेंडेड हैं। यहां का एक बच्चा पटना में भी अपनी प्रस्तुति दे चुका है जिसे सराहना मिली है। बालिका गृह में रहने वाली बच्चियों को भी कौशल प्रशिक्षण दिया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान समिति सदस्यों में सिविल सर्जन डॉ. एसके वर्मा, कार्यक्रम पदाधिकारी शिक्षा, बाल कल्याण समिति सदस्य, किशोर न्याय परिषद सदस्य, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, मानसिक रोग विशेषज्ञ, सहायक निदेशक जिला बाल संरक्षण इकाई सह वरीय समाहर्ता दीक्षित श्वेतम और विभिन्न गृहों के वार्डन मौजूद थे।

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