World Photography Day: तस्‍वीरों में नजर आए जीवन के विविध रूप, कैमरे की नजर से देखिए कैसा है पटना

World Photography Day 2021 एक अच्‍छी तस्‍वीर वे सारी बातें कह देती है जिसे बयां करने के लिए सैकड़ों शब्‍दों की जरूरत पड़ती है। हमारे छायाकारों ने कैमरे में जीवन के विविध रूप कैद किए हैं। विश्व फोटोग्राफी दिवस के अवसर पर कैमरे की नजर से देखिए कैसा है पटना।

By Amit AlokEdited By: Publish:Thu, 19 Aug 2021 06:13 PM (IST) Updated:Thu, 19 Aug 2021 06:15 PM (IST)
World Photography Day: तस्‍वीरों में नजर आए जीवन के विविध रूप, कैमरे की नजर से देखिए कैसा है पटना
कैमरे की नजर में पटना। विश्‍व फोटोग्राफी दिवस पर फाइल कुछ चुनिंदा तस्‍वीरें।

पटना, जागरण टीम। World Photography Day 2021 कहते हैं कि एक अच्‍छी तस्‍वीर (Photograph) पूरी कहानी बयां कर देती है। कोरोनावायरस संक्रमण (CoronaVirus Infection) हो या मानसून (Monsoon) में बाढ़ (Flood) व जलजमाव (Waterlogging), गंगा (Ganges) के किनारे की सिंदूरी शाम हो या बीते जमाने की भाप इंजन, हमारे छायाकारों ने तस्‍वीरों में जीवन के विवध रंग कैद किए हैं। आज विश्व फोटोग्राफी दिवस (World Photography Day) के अवसर पर आइए नजर डालते हैं बिहार की ऐसी कुछ चुनिंदा तस्‍वीरों पर।

पटना में इन दिनों गंगा का जलस्तर बढ़ा हुआ है। आये दिन हादसे होते रहते हैं। इसके बावजूद लोग चेत नहीं रहे हैं। उफनाई गंगा में एडवेंचर करते बच्चे की यह तस्‍वीर पटना के दीघा घाट की है।

छाया: चंद्र प्रकाश मिश्र

जीवन से खिलवाड़: बीते कुछ दिनों के दौरान गंगा नदी में डूबने से कई की मौतें हो चुकी हैं। जलस्तर बढ़ने पर नाव परिचालन पर रोक लग जाती है। लेकिन उफनाती नदी मेंं ऐसी ओवरलोड नौकाएं दिख ही जाती हैं। हाल की यह तस्‍वीर पटना के दीघा घाट पर ओवरलोड नावों की है, जिन्‍हें इन्हें कोई रोकने वाला नहीं है।

छाया: चंद्र प्रकाश मिश्र

परेशान जिंदगी: पटना में बीते दिनों हुई आफत की बारिश के दौरान हर ओर पानी जमा हो गया। राजवंशी नगर में लोगों के घरों में पानी घुस गया। इस बीच मुसीबत से बचने के लिए एक परिवार ने आटो में शरण ली।

छाया: अजीत कुमार

इंद्रधनुष की छटा दिनभर बादलों की चहलकदमी चलती रही। बीच बीच में फुहारें भी पड़ी। शाम होते होते क्षितिज से उठते इंद्रधनुष ने मानों आसमान को अपने आगोश में ले लिया। मानसून के मौसम में बिहार विधानसभा परिसर में दिखा था यह मनोरम दृश्य।

छाया: अजीत कुमार

गंगा के किनारे सिंदूरी शाम : लाल-पीली रोशनी में नहाए घाट से नाव और जहाज पर गंगा की सैर। काफी सुकून मिल रहा था। मन में यही आ रहा था कि ये शाम कभी खत्म ना हो। मौका था मित्रता दिवस का, इसलिए युवाओं की भीड़ उमड़ी थी।

छाया : चंद्र प्रकाश मिश्र

पटना जंक्शन के बाहर प्रदर्शित भाप इंजन के ऊपर बादल कुछ इस तरह छाए मानो ट्रेन का इंजन ही धुआं उगल रहा हो। हालांकि, भाप  इंजन अब अतीत की बात हो चुकी है।

छाया: चंद्र प्रकाश मिश्र

चौंकिए नहीं, यह नजारा पेड़ में लटके फल या फूलों का नहीं है। यह पटना के लोदीपुर स्थित पुलिस लाइन परिसर में जुगाड़ से बिजली की चोरी का तरीका है। जुगाड़ से विद्युत तार पर टोका फंसाने के लिए प्लास्टिक की बोतल के साथ ईंट लटकाकर बिजली चोरी की जा रही है। जबकि, यहां रहने वालों की जिम्मेदारी चोरी को रोकना है।

छाया: अजीत कुमार

सेहत से यारी, साइकिल की सवारी: साइकिल आपकी फिटनेस को रफ्तार देगी। जिम जाने की भी जरूरत नहीं। साइकिलिंग से हृदय रोग, मधुमेह सहित कई बीमारियां दूर होती हैं। साइकिलिंग पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देती है। विश्व साइकिल दिवस की पूर्व संध्या पर पटना के दीघा क्षेत्र में साइकिल की सवारी करते युवा।

छाया: चंद्र प्रकाश मिश्र

..और कितनी चिताएं : कोरोना की दूसरी लहर के दौरान पटना के श्मशान घाटों पर एक चिता की राख ठंडी नहीं हो पाती थी कि दूसरी, तीसरी... जला दी जा रही थी। अप्रैल के अंतिम दिनों में पटना के गुलबी घाट पर कई चिताओं के जलने के बाद जब पैर रखने की जगह नहीं रही तो डोमराजा नाव से चिता की लकड़ी ठीक करने लगा।

छाया: अजीत कुमार

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