World AIDS Day: कोरोना से बचाव के लिए HIV संक्रमित जरूर लें वैक्सीन, पटना में विशेषज्ञ ने दी सलाह
World AIDS Day बिहार में करीब 62 हजार है एचआइवी संक्रमित या एड्स के मरीज। 4500 के करीब एचआइवी संक्रमित पंजीकृत हैं पीएमसीएच के एआरटी सेंटर में। 27 एंटी रेट्रोवायरल थेरेपी केंद्र हैं प्रदेश में संक्रमितों की देखरेख के लिए। संक्रमितों की संख्या के मामले में पटना सबसे आगे।
पटना, जागरण संवाददाता। प्रदेश में एचआइवी (HIV) संक्रमितों की संख्या करीब 62 हजार है। रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने के कारण ये लोग न केवल आसानी से कोरोना की चपेट में आ सकते हैं बल्कि गंभीर परिणामों की आशंका भी इनमें ज्यादा होती है। ऐसे में जरूरी है कि अपनी दवाएं नियमित रूप से लेते रहें और कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज तुरंत लगवा लें। ये बातें विश्व एड्स दिवस (World Aids Day) की पूर्व संध्या पर मंगलवार को एचआइवी संक्रमितों व एड्स पीडि़तों का लंबे समय से इलाज कर रहे पब्लिक अवेयरनेस फार हेल्थफुल अप्रोच फार लिविंग (पहल) के विशेषज्ञ डा. दिवाकर तेजस्वी ने कहीं। वे एचआइवी-एड्स और कोरोना पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
एचआइवी की दवाओं से नहीं दूर होता कोरोना
डा. दिवाकर के अनुसार एचआइवी संक्रमितों को सामान्य लोगों से कुछ ज्यादा ही कोरोना संक्रमण का खतरा होता है। एचआइवी की दवाओं से कोरोना का बचाव नहीं होता है अपितु दवाओं के नियमित सेवन से संक्रमित की रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक कमजोर नहीं होने पाती है। यही कारण कि वायरल संक्रमण से बचाव के लिए संक्रमितों को बिना छोड़े समय पर दवाएं लेने की सलाह दी जाती है। दवाएं छोड़-छोड़ कर लेने या नहीं लेने से खतरा कई गुना बढ़ जाता है। बताते चलें कि एचआइवी संक्रमितों के कल्याण के लिए कार्य करने वाले बिहार नेटवर्क फार पीपल लिङ्क्षवग विद एचआइवी-एड्स सोसाइटी के अध्यक्ष ज्ञानरंजन की कुछ माह पहले हुई मौत के बाद से पीड़ितों का डर बढ़ गया है।
एचआइवी से बचाव व लक्षण
धीरे-धीरे वजन घटना, कमजोरी, बुखार, शरीर की ग्रंथियों में सूजन, भूख में कमी, एक माह से ज्यादा समय तक दस्त, मुंह में बार बार छाले, बार-बार बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन आदि एचआइवी के लक्षण हैं। इससे बचाव के लिए असुरक्षित यौन संबंध, प्रयोग की निडिल का इस्तेमाल नहीं करना, इंजेक्टबल ड्रग्स से बचना चाहिए। संक्रमित व्यक्ति डाक्टर की सलाह पर दवा का प्रयोग करें और संयमित जीवन जिएं, गर्भवती अपने नवजात को संक्रमण से बचाने के लिए डाक्टर के परामर्श पर दवाओं का सेवन करें।
संक्रमण के कारक
झिझकें नहीं, समस्या होने पर यहां करें शिकायत
एचआइवी-एड्स (निवारण एवं नियंत्रण) विधेयक 2017 के तहत संक्रमितों के मानव अधिकार संरक्षण के लिए प्रदेश में लोकपाल की व्यवस्था की गई है। एचआइवी संक्रमित स्वास्थ्य एवं स्वास्थ्य सेवाओं, पारिवारिक एवं सामाजिक भेदभाव, एआरवी दवाओं या कमजोर इम्यून पावर से अन्य संक्रामक रोग के इलाज, संपत्ति, बच्चों के पोषण, शिक्षा व स्वास्थ्य के अलावा सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ नहीं मिलने जैसी समस्याओं के समाधान को लोकपाल (ओम्बड्समैन) बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति , शेखपुरा , पटना 800014 पर डाक से शिकायत भेज सकते हैं। कार्रवाई के लिए घटना की तिथि, घटनास्थल, घटना का विवरण, उत्तरदायी व्यक्ति या संस्था का नाम, अपने हस्ताक्षर या अगूंठे के निशान के साथ देना अनिवार्य है।