आश्चर्य! बिहार में 650 कर्मचारियों को 25 साल के बाद पहली बार मिला वेतन, जान लीजिए पूरा मामला
Bihar News एक महीने में किसी को समय पर वेतन नहीं मिले तो क्या स्थिति हो जाती है? बिहार में चार निगमों के 650 कर्मचारियों को पूरे 25 साल तक वेतन नहीं मिला। एक दिन पहले इन कर्मचारियों को वेतन का भुगतान किया गया।
पटना, जागरण संवाददाता। एक महीने में किसी को समय पर वेतन नहीं मिले, तो क्या स्थिति हो जाती है? बिहार में चार निगमों के 650 कर्मचारियों को पूरे 25 साल तक वेतन नहीं मिला। एक दिन पहले इन कर्मचारियों को वेतन का भुगतान किया गया तो उनके परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं है। उद्योग विभाग की पहल पर 25 साल बाद गुरुवार को बिहार राज्य हस्तकरघा एवं हस्तशिल्प निगम और बिहार राज्य औषधि एवं रसायन निगम के 650 कर्मियों को वेतन का भुगतान किया गया है। इन कर्मियों के दो किस्तों में कुल 80 करोड़ की राशि प्रदान की गई है। राशि वितरण को लेकर उद्योग भवन में गुरुवार को एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने कर्मियों को प्रतीकात्मक चेक प्रदान किया। इसके साथ ही कर्मियों केअकाउंट में वेतन भेज दिया गया है। बकाया वेतन पाकर कर्मियों के चेहरे पर खुशी के आंसू छलक आए।
1997 से ही बकाया था सभी का वेतन
उद्योग मंत्री ने कहा कि दोनों निगमों के कर्मियों का वेतन 1997 से ही बकाया था। कई कर्मी वेतन का उम्मीद भी छोड़ चुके थे। मंत्री ने कहा कि कर्मियों को 25 करोड़ की राशि पहले ही दी जा चुकी थी, गुरुवार को 55 करोड़ की राशि दी गई। मुख्यमंत्री की पहल पर यह संभव हो पाया है। बचे कर्मियों को भी मिलेगा वेतन उद्योग मंत्री ने कहा कि दोनों निगमों में जो 92 कर्मचारी बच गए हैं। उन्हें भी कागजात के आधार पर वेतन का भुगतान का प्रयास किया जाएगा।
25 वषों के बाद दो निगमों के 650 कर्मियों को मिला वेतन उद्योग मंत्री ने एक समारोह में कर्मियों को दिया चेकहस्तशिल्प के 370, औषधीय निगम के 280 कर्मियों को मिला वेतन
उद्योग मंत्री ने बिहार राज्य हस्तकरघा एवं हस्तशिल्प निगम के 370 एवं बिहार राज्य औषधि एवं रसायन विकास निगम के 280 कर्मियों को वेतन का भुगतान किया। मंत्री ने कहा कि पुराने उद्यमों को भी नया जीवन दिया जाएगा। इस अवसर पर बिहार विधान परिषद के सदस्य संजय मयूख, हस्तशिल्प निगम के प्रबंध निदेशक दिलीप कुमार एवं औषधि निगम के एमडी प्रकाश टोप्पो सहित कई अधिकारियों ने भाग लिया।