पटना में केवल डायल 100 के भरोसे ही महिला सुरक्षा, नहीं कोई तीन अंक का टोल फ्री नंबर
महिला विकास निगम के अधिकारियों की मानें तो 181 के अलावा कोई भी टोल फ्री या तीन अंक वाला नंबर नहीं है। इस नंबर पर केवल घरेलू हिंसा से जुड़े मामलों की शिकायत की जा सकती है। किसी युवती या महिला के साथ छेडख़ानी होती है तो तुरंत कार्रवाई हो
पटना, जागरण संवाददाता। हाल के दिनों में राजधानी में छेडख़ानी की घटनाओं में कमी आई है, लेकिन महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कोई विशेष इंतजाम नहीं किया गया है। घटना होने पर डायल 100 से ही मदद की गुंजाइश रहती है। अन्य राज्यों की राजधानी में महिलाओं को शिकायत दर्ज करने के लिए पिंक बूथ, 1090 जैसे टोल फ्री नंबर की सुविधा मिल रही है। सरकार और प्रशासन द्वारा महिला सुरक्षा को लेकर कई योजनाएं शुरू की जाती हैं, लेकिन सब ठंडे बस्ते में चली जाती हैं।
'डायल 100Ó से जल्द मदद की उम्मीद कम
राजधानी में महिला सुरक्षा को लेकर केवल '100' नंबर ही है। यह हर समय काम करता है। महिलाओं को तुरंत मदद की आवश्यकता है तो 'डायल 100' से इसकी उम्मीद कम है।
181 पर केवल घरेलू हिंसा की शिकायत
महिला विकास निगम के अधिकारियों की मानें तो '181' के अलावा कोई भी टोल फ्री या तीन अंक वाला नंबर नहीं है। इस नंबर पर केवल घरेलू हिंसा से जुड़े मामलों की शिकायत की जा सकती है। अगर किसी युवती या महिला के साथ छेडख़ानी होती है तो तुरंत कार्रवाई हो, इसका कोई इंतजाम महिला विकास निगम के पास नहीं है।
10 अंक का है महिला थाना और हेल्पलाइन का नंबर
महिलाओं की सुरक्षा के लिए कुछ नंबर सार्वजनिक किए गए हैं। इन नंबर में परेशानी यह है कि कि ये सब 10 अंक के हैं। जरूरत के समय इन्हें याद कर पाना मुश्किल होता है। महिला हेल्पलाइन के अधिकारियों के अनुसार उन लोगों के पास कोई टोल फ्री नंबर नहीं है। उनके अनुसार कई बार तो पीडि़ताओं को पर्सनल नंबर भी शेयर करना होता है। साथ ही काउंसलिग के दौरान भी अपने नंबर से ही फोन करना होता है।
पटना के एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने कहा कि डायल 100 पर तुरंत कार्रवाई की जाती है। किसी कारणवश अगर अधिकारी फोन उठाने में असमर्थ रहते हैं तो मेरे वाट्सएप नंबर 9431822967 पर मैसेज कर परेशानी बता सकते हैं। मेरे पास प्रतिदिन 40 से 50 मामले आते हैं, जिन्हें संबंधी थाने को प्रेषित किया जाता है।