क्या बिहार के मुख्य सचिव दीपक कुमार को फिर मिलेगा एक्सटेंशन या रेस में शामिल इन अफसरों की है बारी
सीएस दीपक कुमार को अब तक दो बार छह-छह माह का एक्सटेंशन मिल चुका है। चर्चा है कि बिहार सरकार ने के फिर एक्सटेंशन का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है। उन्हें एक्सटेंशन नहीं मिलने की स्थिति में रेस में शामिल इन अफसरों को मिल सकता है चांस ।
पटना, राज्य ब्यूरो । भारतीय प्रशासनिक सेवा (Indian Administrative Services) के सुलझे और काम करने की छवि वाले अधिकारी के रूप में प्रतिष्ठित मुख्य सचिव दीपक कुमार (Chief Secretary Deepak Kumar) के लिए राज्य सरकार पुन: छह महीने का अवधि विस्तार चाहती है। ऐसी चर्चा है कि उनके अवधि विस्तार (extension) का प्रस्ताव केंद्र सरकार (Central Government) को भेजा गया है। दीपक कुमार 1984 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। वर्ष 2018 में 31 मई को उन्होंने बिहार के मुख्य सचिव का पद संभाला था। उनके रिटायरमेंट की तारीख 29 फरवरी 2020 थी। पहली बार उन्हें एक मार्च से 31 अगस्त 2020 तक के लिए अवधि विस्तार दिया गया। इसके बाद चुनाव का समय आने की वजह से उन्हें पुन: जुलाई 2020 में छह महीने का अवधि विस्तार दिया गया। फरवरी 28 को उनके छह माह का अवधि विस्तार खत्म हो रहा। ऐसी चर्चा है कि उनके अवधि विस्तार का प्रस्ताव केंद्र सरकार के विचाराधीन है।
मुख्य सचिव की रेस में शामिल हैं ये अधिकारी
मुख्य सचिव स्तर के अधिकारियों की जो सूची है उसमें दीपक कुमार के नीचे विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह (Development Commissioner Arun Kumar Singh) का नाम है। अरुण कुमार सिंह इसी वर्ष 31 अगस्त को रिटायर हो रहे हैं। तीसरा नंबर राजस्व पर्षद के अध्यक्ष त्रिपुरारी शरण (Tripurari Sharan) का है। वह भी इसी वर्ष जून में रिटायर हो जाएंगे। उनके बाद सामान्य प्रशासन विभाग के मुख्य जांच आयुक्त संजीव कुमार (Sanjeev Kumar) और फिर गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी (Aamir Subahani) का नंबर है। आमिर सुबहानी के नीचे अतुल प्रसाद (Atul Prasad) हैं जो अगले वर्ष फरवरी में रिटायर हो जाएंगे।