दरवाजे पर शोर क्यों मचा रहे हो, कहीं और जाओ, यह सुन सिवान में लूडो खेल रहे युवकों ने ले ली जान
मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बरहन गोपाल में मंगलवार की देर शाम दरवाजे पर शोर-शराबा का विरोध करने गए दो भाइयों को गांव के ही चार युवकों ने चाकू मारकर घायल घायल कर दिया। दोनों घायलों को सदर अस्पताल लाया गया जहां इलाज के दौरान एक की मौत हो गई।
सिवान, जागरण संवाददाता। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बरहन गोपाल में मंगलवार की देर शाम दरवाजे पर शोर-शराबा का विरोध करने गए दो भाइयों को गांव के ही चार युवकों ने चाकू मारकर घायल घायल कर दिया। दोनों घायलों को सदर अस्पताल लाया गया जहां इलाज के दौरान एक की मौत हो गई। दूसरे भाई का इलाज जारी है। मृतक की पहचान गांव निवासी तजरूल हक के रूप में हुई। जबकि घायल अब्दुल हक हैं। घटना की सूचना मिलने पर काफी संख्या लोगों की भीड़ सदर अस्पताल में जुट गई। इस मामले में म़ृत तजरूल के पिता के आवेदन पर मुफस्सिल थाना में गांव के ही चार युवकों पर प्राथमिकी दर्ज हुई है।
लूडो खेलते समय कर रहे थे हो-हल्ला
तजरूल के पिता होदा मियां ने बताया कि 26 अक्टूबर की शाम मेरे दरवाजे पर गांव के ही अरबाज अली, आमिर अली, सैफ अली एवं जनता मियां एवं अन्य लड़के लूडो खेल रहे थे। वे काफी शोर-शराबा कर रहे थे। उस दौरान घर के बच्चे पढ़ाई कर रहे थे। शोर से उन्हें पढ़ाई में परेशानी हो रही थी। तब उनके पुत्र तजरूल हक ने घर से बाहर निकल कर कहा कि दूर जाकर खेलो। इस बात पर अरबाज अली मेरे पुत्र से उलझ गया। आमिर अली और सैफ अली भी मेरे पुत्र संग विवाद करने लगे। इसके बाद सभी ने मारपीट शुरू कर दी। हो हल्ला सुनकर मेरा दूसरा पुत्र अब्दुल हक बीच बचाव करने गया तो सैफ अली एवं आमिर अली ने उसे पकड़ लिया।
एक बेटे की मौत, दूसरे की हालत गंभीर
इसी बीच जन्नत मियां ने दो चाकू लाकर एक अरबाज एवं एक चाकू सैफ को देकर मेरे पुत्र को जान से मारने की बात कही। इस बार अरबाज ने चाकू से तजरूल हक के सीने पर वार कर दिया। इससे वह जमीन पर गिर पड़ा। सैफ ने अब्दुल हक की आंख और कान के पास चाकू से वार कर उसे घायल कर दिया और भाग गए। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल लाया गया, जहां इलाज के क्रम में मेरे पुत्र तजरूल हक की मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज जांच शुरू कर दी है।