अतिक्रमण हटाने निकले, शौचालय में मिली शराब की भट्ठी

भले ही राज्य में शराबबंदी लागू हो अवैध शराब के धंधेबाजों को कानून का कोई डर नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Jan 2020 08:32 PM (IST) Updated:Wed, 22 Jan 2020 08:32 PM (IST)
अतिक्रमण हटाने निकले, शौचालय में मिली शराब की भट्ठी
अतिक्रमण हटाने निकले, शौचालय में मिली शराब की भट्ठी

पटना। भले ही राज्य में शराबबंदी लागू हो, अवैध शराब के धंधेबाजों को कानून का कोई डर नहीं है। इसका इससे बड़ा प्रमाण क्या हो सकता है कि बुधवार को राजधानी की लाइफलाइन कही जाने वाली बेली रोड से सटे ठीक उत्तर शराब की भट्ठी मिली। भट्ठी के बारे में भी उस वक्त पता चला जब आशियाना नगर मोड़ के पास अतिक्रमण हटाने के लिए जिला प्रशासन की टीम पहुंची। शराब-भट्ठी झुग्गी-झोपड़ियों के बीच शौचालय में चल रही थी। आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल के नेतृत्व में दल-बल के साथ जब टीम पहुंची तो शराब के धंधेबाज भाग निकले। वहां से भारी मात्रा में देसी शराब, जावा महुआ और शराब बनाने की सामग्री बरामद की गई। कुछ संदिग्धों को मौके से हिरासत में लिया गया।

आयुक्त ने धंधेबाजों को चिह्नित कर प्राथमिकी दर्ज करने और गिरफ्तारी का निर्देश दिया। कहा, क्षेत्र में शराब की भट्ठी चलने के लिए लापरवाह पुलिस पदाधिकारियों और उत्पाद विभाग के कर्मियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। निर्देश दिया गया कि हर हाल में यह सुनिश्चित किया जाए कि दोबारा शराब बनाने की भट्ठी न चल पाए। मौके पर पकड़े गए संदिग्धों से भी पूछताछ कर दोषियों तक पहुंचने का निर्देश वरीय पुलिस अधीक्षक उपेंद्र कुमार शर्मा को दिया गया। डीएम कुमार रवि को भी निर्देश दिया गया कि स्पीडी ट्रायल चलाकर दोषियों को सजा दिलाई जाए।

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: पूरी तैयारी के साथ बनाई जाती थी शराब, पुलिस वालों में भी था खौफ :

संवाद सूत्र, फुलवारीशरीफ : आशियाना नगर मोड़ से अतिक्रमण हटाने के दौरान पता चला कि शौचालय को ही शराब निर्माण की भट्ठी बना दिया गया है। यहां पूरी तैयारी के साथ शराब का निर्माण किया जा रहा था। गैस के सहारे शराब बनाई जाती थी। शराब निर्माण करने वाले सारी हदें पार कर चुके थे। अब से पहले जब भी पुलिस छापेमारी करने जाती थी तो धंधेबाज टीम पर भी हमला करने से गुरेज नहीं करते थे। धंधेबाजों ने पुलिस प्रशासन की नजर से बचने के लिए शौचालय को ही शराब बनाने की भट्ठी में तब्दील कर दिया था। शौचालय में शराब निर्माण के कारण सारा मलबा उसी नाले में गिरता था जहां मल जा कर गिरता था।

शौचालय को इस प्रकार शराब भट्ठी में तब्दील कर दिया गया था कि पुलिस प्रशासन को भनक तक नहीं लगती थी कि यहां शराब बनाई जाती है। गंध आने पर अगर पुलिस पहुंचती थी तब वे लोग पुलिस पर हमला कर देते थे। इस कारण पुलिस छापेमारी करने नहीं जाती थी। अतिक्रमण हटाने की सूचना इन लोगों को नहीं थी। जब पुलिस टीम पहुंची और तोड़फोड़ शुरू की तब पुलिस को शराब निर्माण की भट्ठी का पता चला।

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