उत्तर प्रदेश के बाद बिहार में वायरल बुखार ने बढ़ाई चिंता, 15 दिनों के अंदर 15 बच्चों की मौत

बिहार में बीते एक पखवारे में दरभंगा मेडिकल कालेज अस्पताल में इलाज के लिए आए 15 बच्चों की मौत हो चुकी है। वहीं बीते सात से 21 अगस्त के बीच खड़िया जिले के बेलदौर प्रखंड अंतर्गत बोबिल पंचायत में छह बच्चों की जान गई है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Tue, 07 Sep 2021 11:26 PM (IST) Updated:Tue, 07 Sep 2021 11:26 PM (IST)
उत्तर प्रदेश के बाद बिहार में वायरल बुखार ने बढ़ाई चिंता, 15 दिनों के अंदर 15 बच्चों की मौत
बिहार में बुखार से 15 दिनों में 15 बच्चों की मौत हो चुकी है। सांकेतिक तस्वीर।

जागरण टीम, पटना: उत्तर प्रदेश के बाद बिहार के विभिन्न जिलों में बड़ी संख्या में बच्चे मौसमी बीमारी व वायरल बुखार से पीड़ित हो रहे हैं। अस्पतालों में उनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। बीते एक पखवारे में दरभंगा मेडिकल कालेज अस्पताल में इलाज के लिए आए 15 बच्चों की मौत हो चुकी है। वहीं बीते सात से 21 अगस्त के बीच खड़िया जिले के बेलदौर प्रखंड अंतर्गत बोबिल पंचायत में छह बच्चों की जान गई है। इधर, राज्य के विभिन्न अस्पतालों में बड़ी संख्या में बीमार बच्चों का आना जारी है। बच्चों के बीमार होने की दर पिछले एक सप्ताह में काफी बढ़ गई है। 

पटना एम्स के शिशु विभाग के अध्यक्ष डा. लोकेश कुमार ने बताया कि पटना जिले में मुजफ्फरपुर और गया जैसे हालात नहीं हैं, लेकिन यहां अन्य जिलों से रेफर होकर आए रोगियों के कारण पीएमसीएच और एनएमसीएच के शिशु वार्ड भर चुके हैं। एम्स में भी सामान्य व आइसीयू के 75 फीसद बेड पर ऐसे मरीज इलाज करा रहे हैं। 

मुजफ्फरपुर में पिछले एक पखवारे में करीब ढाई हजार बीमार बच्चे इलाज के लिए पहुंचे। इनमें सर्वाधिक श्रीकृष्ण मेडिकल कालेज अस्पताल (एसकेएमसीएच) और केजरीवाल अस्तपाल में पहुंचे। यहां हर रोज औसतन 80 से 100 बच्चों को लाया जा रहा है। फिलहाल दोनों अस्पतालों में 210 बच्चे भर्ती हैं। दरभंगा में भी ऐसी ही स्थिति है। दरभंगा मेडिकल कालेज अस्पताल (डीएमसीएच) में पिछले एक पखवारे में 2275 बच्चों का इलाज हुआ है। हर रोज लगभग 115-120 बच्चे इलाज के लिए पहुंचते हैं। इस अंतराल में यहां 15 बच्चों की मौत हो चुकी है। 

ओपीडी में 730 बच्चे पहुंचे

वहीं पश्चिम चंपारण में पिछले एक सप्ताह में गवर्नमेंट मेडिकल कालेज एवं अस्पताल की ओपीडी में 730 बच्चे पहुंचे हैं। अभी 31 बच्चे भर्ती हैं। समस्तीपुर के सदर अस्पताल में एक पखवारे में 1100 बच्चों का इलाज हो चुका है। मधुबनी में इस अंतराल में 550 बच्चों का इलाज किया गया है। यहां भी 30 से 35 बच्चे सदर अस्पताल पहुंच रहे। शिवहर में पिछले एक पखवारे में 300 से अधिक बच्चों का इलाज किया गया है। पूर्वी चंपारण में एक सप्ताह में 1300 बच्चे इलाज के लिए आ चुके हैं। यहां हर रोज करीब 250 बच्चे ओपीडी में आ रहे हैं। खगडिय़ा के बेलदौर प्रखंड अंतर्गत बोविल पंचायत में बच्चों की मौत के संदर्भ में खास बात रही कि बुखार लगने के तीन दिनों के अंदर सबों की मौत हो गई। इस बीच बच्चों को मूत्र भी बहुत आ रहा था।

बुखार से आधा दर्जन बच्चों की जान गई

उधर, बोबिल पंचायत की निवर्तमान मुखिया संगीता देवी ने बताया कि बीते एक माह के दौरान बुखार से आधा दर्जन बच्चों की जान गई है। इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दी जा रही है। वहीं बेलदौर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डा. सुभाष रंजन झा ने कहा कि इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। तुरंत मामले की जांच कराई जाएगी।

हर दिन आ रहे बच्चे

वहीं सारण जिले के अमनौर प्रखंड के सिरसा खेमकरण गांव में बुखार से पीड़ित 18 बच्चों की हालात स्थिर बनी हुई है। गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. अनिल सिंह ने बताया कि प्रतिदिन वायरल बुखार से पीड़ित दो दर्जन से अधिक बच्चे अस्पताल पहुंच रहे हैं। 

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