वीरप्‍पन की पत्‍नी जीती मुखिया का चुनाव, बधाई देने सिवान पहुंच गए दिल्‍ली के सांसद मनोज तिवारी

Bihar News बिहार के सिवान में वीरप्‍पन की पत्‍नी ने जीता पंचायत के मुखिया का चुनाव तो बधाई के लिए दिल्‍ली से पहुंचे भाजपा के सांसद मनोज तिवारी प्रिया सिंह को बधाई देने बड़कागांव स्थित उनके आवास पर पहुंचे

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 11:46 AM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 11:58 AM (IST)
वीरप्‍पन की पत्‍नी जीती मुखिया का चुनाव, बधाई देने सिवान पहुंच गए दिल्‍ली के सांसद मनोज तिवारी
दिल्‍ली के भाजपा सांसद मनोज तिवारी। फाइल फोटो

सिवान, जागरण संवाददाता। सिवान में पंचायत चुनाव के नौवें चरण की मतगणना का परिणाम आते ही निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों को बधाई देने का दौर शुरू हो गया है। इसी कड़ी में गुरुवार की शाम दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी भगवानपुर हाट प्रखंड के बड़कागांव पंचायत से मुखिया के लिए निर्वाचित व भोजपुरी स्टार विकास सिंह उर्फ  वीरप्पन की पत्नी प्रिया सिंह को बधाई देने बड़कागांव स्थित उनके आवास पर पहुंचे। सांसद ने निर्वाचित मुखिया प्रिया सिंह को जीत की बधाई दी। इसके बाद सांसद ने बड़कागांव के बेसिक स्कूल में आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए पंचायतवासियों के प्रति आभार जताया व कहा कि आपके आशीर्वाद व स्नेह-दुलार से ही प्रिया सिंह भारी बहुमत से चुनाव जीती हैं।

चुनाव आयोग ने पंचायत में मतदान में गड़बड़ी की जांच का दिया आदेश

सिवान जिले के आंदर प्रखंड के खेड़ाय पंचायत में चुनाव होने के बाद मुखिया पद के निकटतम प्रतिद्वंद्वी के शिकायत पर राज्य चुनाव आयोग ने संज्ञान लिया है। मामले की जांच कर शीघ्र जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश डीएम सह जिला निर्वाची पदाधिकारी व प्रखंड निर्वाची पदाधिकारी सह बीडीओ को दिया है। गौर करने वाली बात है कि उक्त पंचायत में 24 अक्टूबर को पंचायत चुनाव हुआ था। इसकी गिनती 26 को हुई थी। इसमें मुखिया पद पर 17 वोट आशीष कुशवाहा की जीत हुई। जबकि निकटतम प्रतिद्वंद्वी उदय सिंह थे।

मतगणना के बाद निकटतम प्रतिद्वंद्वी ने राज्य निर्वाचन आयोग को परिवाद पत्र भेजकर बूथ संख्या 23 व 25 पर करीब एक दर्जन ऐसे वोटर की वोटिंग करने की शिकायत की है। इसमें से कुछ मतदाता या तो जेल में हैं। या फिर विदेश में है और इसमें कुछ मृत शामिल हैं। प्रखंड निर्वाची पदाधिकारी सह बीडीओ डा. सुलेखा कुमारी ने बताया कि राज्य निर्वाचन आयोग का पत्र प्राप्त हुआ था। पत्र के आलोक में जांच कर रिपोर्ट भेज दी गई,लेकिन आरोपकर्ता द्वारा कोई आधार नहीं दिए जाने के चलते स्पष्ट नहीं हो सका, क्योंकि मतदान के दिन या मतगणना के दिन इसकी शिकायत नहीं की गई।

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