टीकाकरण से लिखी जाने लगी कोरोना की हार की इबारत
हाड़ कंपाती ठंड के बीच राजधानी में शनिवार सुबह आइजीआइएमएस में टीकाकरण की शुरुआत हो गई।
पटना । हाड़ कंपाती ठंड के बीच राजधानी में शनिवार सुबह इंदिरा गाधी आयुíवज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस) के नवनिर्मित एडिमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाडेय और प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत के समक्ष पहला टीका लगने के साथ ही प्रदेश में कोरोना को हराने की इबारत लिखने का काम शुरू हो गया। प्रदेश के सभी 300 केंद्रों पर एक साथ 11 बजे टीकाकरण शुरू हुआ।
: कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत कर सीएम ने लगाया रुद्राक्ष का पौधा :
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तय सीधे आइजीआइएमएस टीकाकरण केंद्र के ऑब्जर्वेशन रूम पहुंचे। वहा पहले से कोविन पोर्टल पर सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद 10 लाभुक तैयार थे और यहीं पर प्रधानमंत्री के ऑनलाइन संबोधन की व्यवस्था थी। उनके सामने आइजीआइएमएस में पीएसएम विभाग के सीनियर रेजीडेंट डॉ. विकास चंद्रा ने सफाईकर्मी रामबाबू को पहली डोज दी। मुख्यमंत्री ने देसी वैक्सीन से कोरोना को हराने की शुरुआत को ऐतिहासिक बताया। उन्होंने एंबुलेंस चालक अमित कुमार को प्रमाणपत्र और गुलाब देकर उनके सेवाभाव की प्रशंसा की। इसके बाद मुख्यमंत्री सभी अधिकारियों के साथ बाहर आए और परिसर में रुद्राक्ष का पौधा लगाया। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाडेय ने भी रुद्राक्ष का एक पौधा लगाया।
: मार्च तक और दो-तीन टीके आएंगे बाजार में :
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाडेय ने कहा कि मार्च तक दो-तीन और कंपनियों की वैक्सीन बाजार में आ जाएगी। इसके बाद हर व्यक्ति को कोरोना से सुरक्षित किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि 2020 के बिल्कुल उलट होगा 2021 का इतिहास। मार्च 2020 में जब कोरोना ने देश और प्रदेश में प्रवेश किया था तो हर मन में भय, आशका और भविष्य को लेकर चिंताएं थीं। अब हम कोरोना से लड़ने में पूरी तरह सक्षम हैं। वैक्सीन की दूसरी डोज लगने के दो सप्ताह बाद वायरस हमारे शरीर में प्रवेश नहीं कर सकेगा। अब हमारा देश वैक्सीन कोरोना से लड़ने में आत्मनिर्भर हो गया है।
: 25 जनवरी तक पूरा हो जाएगा पहले चरण का टीकाकरण :
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि लगातार नौ माह से कोरोना संक्रमण के बीच काम कर रहे स्वास्थ्यकíमयों और फ्रंट लाइन वर्कर का टीकाकरण 25 जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा। ये वे लोग हैं जिन्हें कोरोना संक्रमण का खतरा सबसे अधिक है। सेना, पुलिस, नगर निगम के कर्मचारियों व अन्य फ्रंटलाइन वर्कर के पंजीयन का कार्य पूरा किया जा रहा है। अभी कोरोना से लड़ाई खत्म नहीं हुई बल्कि निर्णायक मोड़ पर पहुंची है। ऐसे में कोरोना से बचाव के लिए जरूरी सावधानियों का पालन करते रहें।