बिहार सरकार के नए मुख्य सचिव के लिए इन अफसरों के नाम चर्चा में, दीपक कुमार का कार्यकाल कल खत्म
Bihar Government News बिहार के नए मुख्य सचिव के रूप में कई अफसरों के नाम चर्चा में हैं इनमें राजेश भूषण नंबर एक पर हैं 1987 बैच के आइएएस अधिकारी हैैं अभी केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव रविवार को समाप्त हो रहा वर्तमान मुख्य सचिव का कार्यकाल
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Government News: बिहार सरकार के वर्तमान मुख्य सचिव दीपक कुमार (Bihar Chief Secretary Deepak Kumar) को अगर तीसरी बार अवधि विस्तार नहीं मिला तो केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण (Central Health Secretary Rajesh Bhushan) बिहार के नए मुख्य सचिव हो सकते हैं। बिहार सरकार के अफसरों के बीच इस बात की खूब चर्चा है। शुक्रवार देर शाम तक आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हो पाई थी कि दीपक कुमार को फिर से सेवा अवधि विस्तार मिला या नहीं। उनका कार्यकाल रविवार यानी 28 फरवरी को समाप्त हो रहा है।
सुबहानी पर सियासत शायद ही सहमत हो
अरुण कुमार इस वर्ष 31 अगस्त को, जबकि त्रिपुरारी शरण जून में सेवानिवृत्त हो जाएंगे। इन दोनों के बाद मुख्य जांच आयुक्त (सामान्य प्रशासन) संजीव कुमार सिन्हा का नंबर है, जो मई, 2022 में सेवानिवृत्त होंगे। गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी वरीयता क्रम में चौथे स्थान पर हैं। अप्रैल, 2024 तक वे सेवा में बने रहेंगे। अफसरशाही के एक धड़े की चर्चा के मुताबिक संभव है कि सुबहानी को मुख्य सचिव बना दिया जाए, लेकिन राजनीतिक गलियारे में इसे नकारा जा रहा है। सुबहानी के बाद समाज कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अतुल प्रसाद की वरीयता बनती है।
केंद्रीय प्रतिनियुक्ति वाले तीन अफसर होंगे इसी साल सेवानिवृत्त
केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात वरिष्ठ पांच अधिकारियों में तीन इसी वर्ष सेवानिवृत्त हो रहे हैैं। वरीयता में शीर्ष पर रविकांत जून में, रवि मित्तल सितंबर में और ईएलएसएन बाला प्रसाद जून में सेवानिवृत्त हो जाएंगे। चौथा नाम राजेश भूषण का है, जो जुलाई, 2023 तक सेवा में रहेंगे। बी. प्रधान की सेवानिवृत्ति मार्च, 2022 में होनी है।
सरकार से बेहतर संबंध रहा है राजेश का
नीतीश कुमार की सरकार में 1987 बैच के आइएएस अधिकारी राजेश भूषण खूब सक्रिय रहे हैैं। शिक्षा के क्षेत्र में उन्होंने अच्छा काम किया है। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग का भी काम भी वे देख चुके हैं। केंद्र में स्वास्थ्य सचिव के तौर पर उनके कार्यकाल को काफी अहमियत दी जा रही है। कोरोना काल में वे काफी सक्रिय रहे हैैं और अच्छा प्रदर्शन किए हैं। सरकार से बेहतर संबंध और कामकाज में सक्रियता के आधार पर उनके नाम की चर्चा हो रही।