Bihar Politics: उपेंद्र के बाद अब उमेश कुशवाहा करेंगे जिलों की यात्रा, बिहार जदयू ने जारी किया कार्यक्रम

मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के जदयू का राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष का पद छोड़ने के बाद संगठन में व्‍यापक बदलाव देखने को मिल रहा है। पार्टी को मजबूत बनाने के लिए नए नेताओं को जिम्‍मेदारी दी जा रही है। इसका फायदा संगठन में बढ़ी सक्रियता के रूप में देखने को मिल रहा है।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 10:26 AM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 10:26 AM (IST)
Bihar Politics: उपेंद्र के बाद अब उमेश कुशवाहा करेंगे जिलों की यात्रा, बिहार जदयू ने जारी किया कार्यक्रम
मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार और उमेश कुशवाहा। फाइल फोटो

पटना, राज्य ब्यूरो। मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार के जदयू का राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष का पद छोड़ने के बाद संगठन में व्‍यापक बदलाव देखने को मिल रहा है। पार्टी को मजबूत बनाने के लिए नए नेताओं को जिम्‍मेदारी दी जा रही है। इसका फायदा संगठन में बढ़ी सक्रियता के रूप में देखने को मिल रहा है। जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा भी जिलों के दौरे पर निकलेंगे। पार्टी के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर वह आम लोगों के साथ भी संवाद करेंगे। इसी महीने की 24 तारीख से वह यात्रा पर निकलेंगे। उल्लेखनीय है कि जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा भी इन दिनों जिलों की यात्रा कर रहे हैं। रविवार को जदयू प्रदेश कमेटी के पदाधिकारियों की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी के लोगों को फील्ड में जाकर आमजन से बात करने को कहा था।

24 जुलाई से चार जिलों की यात्रा पर निकलेंगे कुशवाहा

जदयू प्रदेश अध्यक्ष 24 से चार जिलों की यात्रा पर निकलेंगे। इस क्रम में वह पूर्णिया, कटिहार और किशनगंज जाएंगे। वे पूर्णिया से यात्रा  आरंभ करेंगे। वे 25 को कटिहार, 26 को किशनगंज तथा 27 को अररिया जिले में रहेंगे। उमेश कुशवाहा ने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य है, जनता के साथ सीधा संवाद करना, ताकि उनके मिजाज को समझा जाए और उनकी समस्याओं पर बात कर उसके समाधान की दिशा में हरसंभव प्रयास किया जाए। 

चुनाव में कमजोर क्षेत्रों पर दिया जा रहा विशेष ध्‍यान

पिछले विधानसभा चुनाव में जिन क्षेत्रों में जदयू का प्रदर्शन अच्‍छा नहीं रहा, उन इलाकों में विशेष रूप से खुला संवाद का कार्यक्रम रखा गया है। जिन जिलों में वह जाएंगे वहां जिला कार्यकारिणी कमेटी की बैठक भी करेंगे। सरकार के विकास कार्यक्रमों पर पार्टी के लोगों के साथ चर्चा होगी। संबंधित जिलों के कार्यक्रम में वहां के विधायक, पूर्व विधायक, प्रत्याशी, प्रदेश उपाध्यक्ष, सचिव व जिला अध्यक्ष की उपस्थिति को अनिवार्य किया गया है।

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