पटना सिटी के दो दर्जन इलाके सील, 25 हजार से अधिक लोग प्रभावित
पटना सिटी के अधिकतर इलाके कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद सील कर दिए गए।
पटना। पटना सिटी के अधिकतर इलाके कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद सील कर दिए गए हैं। खाजेकलां थाना अंतर्गत मुर्गियाचक, अशोकचक्र गली, टेढ़ी घाट, सोनार टोली, गुरहट्टा ,सदर गली, नून का चौराहा, मच्छरहट्टा और अशोक राजपथ को पूरी तरह से सील किया गया है। चौक थाना क्षेत्र में पुआ गली और विष्णु हेरिटेज अपार्टमेंट, हाजीगंज, चमडोरिया को सील किया गया है।
: आलमगंज थाना क्षेत्र : यहां बेलवरगंज, अगमकुआं बाजार, मीना बाजार सब्जी मंडी और पश्चिम दरवाजा से मीना बाजार होते हुए डंका इमली तक कंटेनमेंट जोन बनाया गया है।
: अगमकुआं थाना क्षेत्र : इस इलाके में बौद्ध विहार कॉलोनी, रोड नंबर-7 भागवतनगर, बौद्ध विहार कॉलोनी, पाटलीग्राम अपार्टमेंट बजरंगपुरी को सील किया गया है।
: मालसलामी थाना क्षेत्र : यहां पीरदमड़िया, मथनीतल और बाईपास थाना अंतर्गत मरचा गाव और मोरचा रोड को सील किया गया है। इलाके में कोरोना पॉजिटिव की संख्या में बेतहाशा वृद्धि के बाद कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ाई गई है।
: कंटेनमेंट जोन में बैरिकेडिंग के निर्देश :
डीएम कुमार रवि ने अनुमंडल पदाधिकारी को कंटेनमेंट जोन में तुरंत बैरिकेडिंग करने, प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित करने संबंधी बैनर लगाने, मेडिकल टीम को सक्रिय एवं तत्पर रहने और काटैक्ट ट्रेसिंग करने का निर्देश दिया है। कंटेनमेंट जोन एरिया को सैनिटाइज करने और आवागमन ठप करने का सख्त आदेश दिया है। इन इलाकों में प्रतिबंध से 25 हजार से अधिक लोग प्रभावित होंगे।
: प्रमुख अस्पतालों के अधिकारियों के साथ बैठक :
डीएम ने कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए रणनीति बनाने को आइजीआइएमएस, एम्स, पीएमसीएच, एनएमसीएच एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक भी की। बैठक में कोरोना की जाच एवं पॉजिटिव मामलों से संबंधित रिपोर्टिग वर्क को सुव्यवस्थित करने और पोर्टल पर अपलोड करने का निर्देश दिया गया। पॉजिटिव मामले की सही समय पर सूचना तुरंत भेजने का निर्देश दिया गया है। इससे काटैक्ट ट्रेसिंग एवं अन्य कार्य तेजी से हो सकेंगे। पॉजिटिव मामलों की सूचना मिलते ही अनुमंडल पदाधिकारी जल्द से जल्द कंटेनमेंट जोन बनाएंगे। डीएम ने प्राइवेट लैब में जाच के बाद कोरोना पॉजिटिव मामले की सूचना भी तुरंत सिविल सर्जन को देने के निर्देश दिए हैं। बैठक में उप विकास आयुक्त रिची पाडेय, सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर चौधरी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।