काल ने ऐसा घेरा कि एक ही बाइक पर निकल गये दोनों भाई, आखिरी नींद सो चुके पिता के जगने का इंतजार कर रहा बेटा

Accident on Mahatma Gandhi Setu कहते हैं कि जब काल घेर लेता है तो सारी परिस्‍थ‍ितियां उसी के अनुकूल हो जाती हैं। सारे संयोग ऐसे ही बन जाते हैं कि काल का मकसद पूरा हो जाए। सारी समझदारी धरी की धरी रह जाती है।

By Shubh NpathakEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 12:50 PM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 12:50 PM (IST)
काल ने ऐसा घेरा कि एक ही बाइक पर निकल गये दोनों भाई, आखिरी नींद सो चुके पिता के जगने का इंतजार कर रहा बेटा
महात्‍मा गांधी सेतु पर रात के अंधेरे में दर्दनाक हादसा। जागरण

पटना/सोनपुर, जेएनएन। महात्‍मा गांधी सेतु पर शुक्रवार की रात ट्रक के धक्‍के से बाइक पर सवार दो सहोदर भाइयों की मौके पर ही मौत हो गई। दोनों सोनपुर के रहने वाले थे। यह घटना गांधी सेतु के पाया संख्या 28 - 29 के बीच घटित हुई। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में ले लिया। मृतक प्रवीण रंजन सिंह तथा विश्वजीत कुमार सिंह दोनों सोनपुर मीना बाजार के अरविंद कुमार सिंह के पुत्र थे। पोस्टमाॅर्टम के उपरांत हाजीपुर पुलिस ने शवों को उनके स्वजनों को सुपुर्द कर दिया।

आम तौर पर अलग-अलग बाइक से ड्यूटी करने जाते थे पटना

शनिवार की सुबह सोनपुर मीना बाजार स्थित घर पर दोनों भाइयों का शव पहुंचते ही कोहराम मच गया। एक सप्ताह बाद उनकी चचेरी बहन के शादी होने वाली है, लेकिन अब यह शायद टल भी सकती है। स्वजनों से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों भाई पटना स्थित पेंट बनाने वाली एक कंपनी में काम करते थे। प्रवीण रंजन बड़ा भाई था। विश्वजीत छोटा। दोनों ड्यूटी के लिए रोज अलग-अलग पटना जाया करते थे, लेकिन शुक्रवार को संयोग से दोनों एक ही बाइक से पटना चले गये। ड्यूटी पूरी कर मध्यरात्रि के बाद वापस घर लौटने के दौरान एक ट्रक के  जबर्दस्त धक्के से दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी। इसी बीच गांधी सेतु पर कम्युनिटी पुलिस के रुप में तैनात सोनपुर के युवक ने दोनों की पहचान के बाद इनके परिवार वालों को खबर दी। 

शादीशुदा था बड़ा भाई, मासूम बेटे को लग रहा कि पिता सो रहे हैं

हादसे में मौत की खबर पाकर परिवार के लोग घटनास्थल पर पहुंच गये। शवों को कब्जे में लेकर पुलिस ने पोस्टमाॅर्टम के लिए भिजवाया। मृतक प्रवीण शादीशुदा था। उसको एक छोटा पुत्र है, जो शव को पास बैठकर अपने प्यारे उस पापा के नींद से जगने का इंतज़ार कर रहा था जो अब कभी आंख नहीं खोलेंगे। स्वजनों की चीख-पुकार के बीच किसी तरह दोनों भाइयों के शवों को अन्त्येष्टि के लिए काली घाट ले जाया गया। ह्रदय विदारक इस घटना को लेकर पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है।

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