नालंदाः मोंगिया स्टील के नाम पर लाखों रुपये लिए ठग, मुंबई और गुजरात के व्यापारियों को बनाया शिकार

नालंदा में मोंगिया स्टील टीएमटी के नाम पर लाखों की ठगी के आरोपी को झारखंड के गिरिडीह की साइबर क्राइम ब्रांच की पुलिस ने नालंदा के पावापुरी ओपी के सहयोग से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से मोबाइल सेट के साथ एटीएम व सिम कार्ड भी बरामद किया गया है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Mon, 28 Jun 2021 11:40 AM (IST) Updated:Mon, 28 Jun 2021 11:40 AM (IST)
नालंदाः मोंगिया स्टील के नाम पर लाखों रुपये लिए ठग, मुंबई और गुजरात के व्यापारियों को बनाया शिकार
नालंदा के युवक ने मोंगिया स्टील के नाम पर लाखों रुपये ठग लिए।

जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ (नालंदा): मोंगिया स्टील टीएमटी के नाम पर लाखों की ठगी के आरोपी को झारखंड के गिरिडीह की साइबर क्राइम ब्रांच की पुलिस ने नालंदा के पावापुरी ओपी के सहयोग से गिरफ्तार कर लिया। थानाध्यक्ष शकुंतला कुमारी ने बताया कि गिरफ्तार साइबर ठग कतरीसराय थाना क्षेत्र के कतरडीह गांव निवासी अमित कुमार है। वह पावापुरी बाजार में आलीशान मकान में रह रहा था। उसके पास से मोबाइल सेट के साथ एटीएम व सिम कार्ड भी बरामद किया गया है। आरोपी को गिरिडीह पुलिस ले गई। उसने कितने की ठगी की है, इसकी जानकारी स्थानीय थाना को नहीं है।

सस्ती दर पर प्रोजेक्ट दिलाने के नाम पर वसूली

आरोपी ने गुजरात और मुंबई के बड़े उद्योगपतियों को मोंगिया टीएमटी प्रोडक्ट सस्ते दर पर उपलब्ध कराने के नाम पर लाखों रुपये ठग लिए। इसके बाद मोंगिया स्टील प्रबंधन ने गिरिडीह साइबर सेल में केस दर्ज कराया था। तकनीकी अनुसंधान में आरोपी का लोकेशन पावापुरी मिला। जिसके बाद गिरिडीह पुलिस पावापुरी ओपी पहुंची और संयुक्त रूप से कार्रवाई कर आरोपी को उसके घर से धर दबोचा।

80 लाख के आलीशान घर में रहता है अमित

अमित ने ठगी के रुपयों से 2018 में पावापुरी बाजार में करीब 80 लाख का घर खरीदा था। आरोपी मोंगिया स्टील के फेसबुक पेज में जाकर वैसे उद्योगपतियों को शिकार बनाता था जो मोंगिया स्टील के फेसबुक पेज में कमेंट्स किया करते थे और मोंगिया कंपनी के टीएमटी खरीदने में दिलचस्पी दिखाते थे। इसके बाद वह उन्हें काल कर सस्ते दर में प्रोडक्ट्स उपलब्ध कराने की बात कह उनसे रुपये ठग लेता था। अमित ने कितने लोगों से ठगी की और कितने की अकूत संपत्ति बनाई यह जांच के बाद ही पता चल पाएगा। पुलिस अभी ठगी के रुपयों का पर्दाफाश नहीं कर पा रही है। हालांकि ठगी की रकम बड़ी हो सकती है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। 

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