पटना में तीन दिन तक बच्चेदानी व स्तन कैंसर की मुफ्त जांच, महिला विशेषज्ञ डॉक्टर रहेंगी मौजूद
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) के अवसर पर पटना समेत आठ जिलों की चुनिंदा महिला रोग विशेषज्ञों के क्लीनिक पर छह से आठ मार्च तक कैंसर की निशुल्क स्क्रीनिंग की जाएगी। क्लीनिकों में महिलाओं की पैप स्मीयर जांच कर सर्वाइकल कैंसर की आशंका पता करेंगे ।
जागरण संवाददाता, पटना: प्रदेश में महिलाओं को बच्चेदानी (सर्वाइकल कैंसर) और स्तन कैंसर मुक्त बनाने के लिए पटना ऑब्सटेट्रिक एंड गायनीकोलॉजिकल सोसायटी (पीओजीएस) फेडरेशन ऑफ ऑब्स्टेट्रिक एंड गायनीकोलॉजिकल सोसाइटीज ऑफ इंडिया (फॉग्सी) के साथ मिलकर काम कर रही है। इसी क्रम में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) के अवसर पर पटना समेत आठ जिलों की चुनिंदा महिला रोग विशेषज्ञों के क्लीनिक पर छह से आठ मार्च तक कैंसर की नि:शुल्क स्क्रीनिंग की जाएगी। क्लीनिकों में डॉक्टर 35 से 60 वर्ष की महिलाओं की पैप स्मीयर जांच कर सर्वाइकल कैंसर की आशंका पता करेंगे और स्तन कैंसर की जांच के तरीके सिखाए जाएंगे। बताते चलें कि फॉग्सी के अध्यक्ष डॉ. अल्पेश गांधी के आह्वान पर शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
नियमित टीकाकरण में कैंसर टीका शामिल करने की मांग
पटना समेत विभिन्न जिलों में कैंसर जांच शिविर का आयोजन करने में फॉग्सी की उपाध्यक्ष डॉ. अनीता सिंह, पीओजीएस की अध्यक्ष डॉ. विनिता सिंह, संयोजक डॉ. आभारानी सिन्हा व डॉ. नीलम और सचिव डॉ. सुप्रिया जायसवाल की मुख्य भूमिका है। इन्होंने शुक्रवार को उप मुख्यमंत्री रेणु देवी से मुलाकात कर सर्वाइकल कैंसर की आशंका को 50 फीसद तक कम करने वाले एचपीवी वैक्सीन को नियमित टीकाकरण में शामिल करने की मांग की। अध्यक्ष डॉ. विनिता सिंह ने बताया कि बच्चेदानी के कैंसर के नए मामलों में भारत सिर्फ चीन से पीछे है। अभी देश में हर वर्ष एक लाख 23 हजार 907 महिलाएं कैंसर की चपेट में आ रही हैं। इनमें से 77 हजार 348 महिलाओं की मृत्यु हो जाती है। यदि नौ से 13 साल की बच्चियों को एचपीवी वैक्सीन की दो डोज और 35 से 60 वर्ष के बीच में दो बार पैप स्मीयर जांच कराने से सर्वाइकल व स्तन दोनों कैंसर से काफी हद तक बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि पटना के अलावा छपरा, आरा, सिवान, सहरसा, नवादा, वैशाली और नालंदा आदि जिलों के चुनिंदा क्लीनिकों और सभी मेडिकल कॉलेजों में भी शिविर लगाए जाएंगे।