बिहारः पटना में चोर की जैकेट ने बीच सड़क पर सबको उलझाया, मोबाइल छीन कहां रखा, टूंढ़ते रहे लोग
पटना जंक्शन गोलंबर के पास शनिवार दोपहर महिला से मोबाइल छीनकर भाग रहे शातिर को स्थानीय दुकानदारों ने दौड़ाकर दबोच लिया। पिटाई के बाद उसे कोतवाली थाना पुलिस को सौंप दिया। उसकी जैकेट में इतनी जेब की लोग चकरा गए।
जागरण संवाददाता, पटना: बिहार की राजधानी में छीना-झपटी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। हाल ही में बोरिंग रोड से करीब आठ लोख की चेन छीनने का मामला काफी चर्चा में रहा था। पटना जंक्शन गोलंबर के पास शनिवार दोपहर महिला से मोबाइल छीनकर भाग रहे शातिर को स्थानीय दुकानदारों ने दौड़ाकर दबोच लिया। पिटाई के बाद उसे कोतवाली थाना पुलिस को सौंप दिया। आरोपित की पहचान दीपक कुमार के रूप में हुई, जो गर्दनीबाग का रहने वाला है। कमला नेहरू नगर में भी किराये का कमरा लेकर रह रहा था। पुलिस ने उसके पास से महिला का मोबाइल बरामद किया है। स्थानीय लोगों के द्वारा ली गई तलाशी के क्रम में पहले तो उसके पास कुछ नहीं मिला, जब पुलिस ने गहनता से देखा तो उसने अपनी जैकेट के अंदर कई जेब बना रखी थी। उसके पास 12 हजार रुपये नकद और दो अन्य मोबाइल मिले हैं। वह पूर्व में तीन बार चोरी के आरोप में जेल जा चुका है। पूछताछ में उसने अपने दो अन्य साथियों और दूसरे गिरोह के कई लोगों के नाम बताए। स्टेशन गोलंबर पर चोरी या छिनतई करने के लिए वह सरगना को हफ्ता भी देता था।
पहले नहीं मिला एक रुपये, फिर 12 हजार बरामद
दोपहर करीब दो बजे एक महिला स्टेशन गोलंबर के पास पर्स की दुकान पर खड़ी थी। इसी बीच उसके मोबाइल पर कॉल आई और वह बात करने लगी। तभी दीपक उसका मोबाइल छीनकर भागने लगा। शोर मचाने पर स्थानीय दुकानदारों ने उसे दौड़ाकर पकड़ लिया। तलाशी के दौरान दुकानदारों को उसकी जैकेट से न तो मोबाइल मिला न ही एक रुपये। लेकिन, कोतवाली पुलिस ने जब उसकी जैकेट की तलाशी ली तो उसमें कई जेब मिलीं। इसमें कई जगह रुपये रखे हुए थे और महिला से छीना मोबाइल भी। उसने पुलिस को स्टेशन गोलंबर पर सक्रिय रहने वाले चोरों से लेकर अन्य शातिरों के बारे में जानकारी दी। एक गिरोह ऐसा भी है, जिसने मोबाइल चुराने के लिए तीन-चार ब'चों को प्रशिक्षण दिया है।