चिराग के बंगले में पहले ही पड़ गई थी दरार, चाचा पारस को लिखे पत्र में कुछ यूं बयां किया अपना दर्द

चिराग की चिट्ठी ने खोली पारिवारिक कलह की कलई। चिराग ने पत्र लिख कर पारस को कटघरे में खड़ा किया। 29 मार्च को चिराग ने होली पर चाचा पारस को लिखा था पत्र। रामविलास पासवान की तेरहवीं के लिए पारस को चिराग की मां ने दिए थे 25 लाख रुपये।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 07:25 AM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 07:25 AM (IST)
चिराग के बंगले में पहले ही पड़ गई थी दरार, चाचा पारस को लिखे पत्र में कुछ यूं बयां किया अपना दर्द
पासवान परिवार में लंबे समय से चल रहा मनमुटाव। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, पटना। चिराग पासवान और पशुपति कुमार पारस के बीच मनमुटाव और पारिवारिक कलह की शुरुआत कब और कैसे शुरू हुई, इसकी परतें चिराग की चिट्ठी ने खोल कर रख दी है। 29 मार्च 2021 को चिराग ने होली पर चाचा पारस को चिट्ठी लिखी थी। छह पेज की चिट्ठी का सार यही है कि चिराग पार्टी (LJP) छोड़कर परिवार को एकजुट रखना चाहते हैं। वो चाचा पारस से कहते हैं कि मैं सब कुछ भूलने को तैयार हूं, आप परिवार को साथ रखने के लिए वापस आ जाएं। चिट्ठी में पासवान परिवार में बढ़ी तल्खी और बिगड़ते रिश्ते की विस्तार से चर्चा है। चिराग ने यह आरोप लगाया है कि कई मौकों पर चाचा पारस ने साथ नहीं दिया। चिराग ने लिखा है कि पापा (रामविलास पासवान) की तेरहवीं के लिए मां (रीना पासवान) ने 25 लाख रुपये आपको दिए। तब मुझे यह जानकर पीड़ा हुई और खुद को अकेला होने का अहसास किया। 

चिराग के राष्ट्रीय अध्यक्ष व  प्रिंस को प्रदेश अध्यक्ष बनाने से चाचा पारस हुए नाराज

चिराग ने लिखा है कि पत्र लिखने से पहले आपसे मिलकर बात करना चाहता था कि कोई समस्या है तो उसे साथ बैठ कर सुलझा लिया जाए, लेकिन आपकी तरफ से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला। 2019 में रामचंद्र चाचा (रामचंद्र पासवान) के निधन के बाद से ही मैंने आपमें बदलाव देखा और आज तक देख रहा हूं। प्रिंस को आगे बढ़ाने के लिए उसे लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी, लेकिन आप नाराज हो गए। आपने प्रिंस को नई जिम्मेदारी मिलने पर शुभकामना तक नहीं दी। मुझे राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने पर भी आप नाराज हुए। 

नीतीश कुमार की तारीफ से मुझे दुख हुआ

चिराग ने लिखा है कि आप (पारस) मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीब हो गए थे। चुनाव के दौरान आपने नीतीश कुमार की तारीफ की, जो मुझे पसंद नहीं था। जब भी मौका आया, आपने नीतीश कुमार के खिलाफ कुछ नहीं कहा। आपके द्वारा पार्टी विरोधी बयान भी दिए गए, जिससे पापा भी नाराज हुए थे। आपने विधानसभा चुनाव में भी पार्टी का सहयोग नहीं किया। इससे पार्टी का प्रदर्शन खराब हुआ। जबकि, आपकी हर डिमांड पूरी की गई। इन वजहों से अब रिश्तों पर भरोसा नहीं कर पा रहा हूं।

प्रिंस पर यौन शोषण के आरोप की अनदेखी की 

चिराग ने आगे लिखा है कि कुछ समय पहले प्रिंस पर एक महिला ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। वह प्रिंस को ब्लैकमेल कर रही थी। मैंने उसे पुलिस के पास जाने को कहा। इस मामले पर भी मैंने आपसे परिवार में बड़े होने के नाते बात करनी चाही, लेकिन आपने इस गंभीर मामले को अनदेखा कर दिया। इससे मुझे बहुत दुख पहुंचा।

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