बिहारः पटना में निजी नर्सिंग होम में महिला की मौत पर जमकर हंगामा व तोड़फोड़
सुलतानगंज थाना अंतर्गत महेंद्रु के ट्रेनिंग स्कूल मोड स्थित पोली नर्सिंग होम में शुक्रवार को एक महिला की इलाज के दौरान मौत होने पर स्वजनों ने जमकर हंगामा किया। क्लीनिक का टीवी व अन्य सामान क्षतिग्रस्त कर दिया। क्लीनिक के सभी डॉक्टर व कर्मी फरार हो गए।
जागरण संवाददाता, पटना सिटी : सुलतानगंज थाना अंतर्गत महेंद्रु के ट्रेनिंग स्कूल मोड स्थित पोली नर्सिंग होम में शुक्रवार को एक महिला की इलाज के दौरान मौत होने पर स्वजनों ने जमकर हंगामा किया। क्लीनिक का टीवी व अन्य सामान क्षतिग्रस्त कर दिया। बवाल देखकर क्लीनिक के सभी डॉक्टर व कर्मी फरार हो गए।
महेंद्रु के मोहम्मद पुर निवासी अरुण शाह ने आरोप लगाया कि 35 वर्षीय पत्नी ममता देवी को सुई देते ही उसकी तबीयत बिगड़ गई। मुंह से फेन आने लगा। आनन-फानन में क्लीनिक के डॉक्टर ने उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया, जहां डॉक्टर ने महिला को मृत घोषित किया। क्लीनिक और पास के अशोक राजपथ पर हंगामा कर रहे स्वजनों को पुलिस ने समझा-बुझाकर शांत किया। थाना अध्यक्ष शेर सिंह यादव कहना है कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जा रहा है। पूरे मामले की जांच की जाएगी। क्लीनिक के लाइसेंस अन्य जरूरी मामलों की भी जांच होगी। इलाज में लापरवाही का मामला दर्ज किया गया है।
मूल रूप से समस्तीपुर के चौसा का रहने वाला अरुण शाह महेंद्रु के मोहम्मदपुर स्थित किराए के मकान में रह रहा है। वह गोलगप्पा बेचने का काम करता है। मृतक के पति व स्वजनों ने बताया कि ममता के बच्चेदानी में सूजन थी। क्लीनिक में दिखाने के बाद डॉक्टर ने ऑपरेशन के लिए कहा था। ऑपरेशन कराने के लिए शुक्रवार की सुबह 8:30 बजे मरीज को लेकर क्लीनिक आए। ममता को ओटी में एक इंजेक्शन देते ही तबीयत बिगड़ने लगी। डॉक्टर ने आनन-फानन में दूसरा इंजेक्शन दिया तो मुझ से फेन आ गया। इसके बाद डॉक्टर ने एंबुलेंस बुलवाकर मरीज को पीएमसीएच इमरजेंसी में ले जाने को कहा। ममता देवी के परिजन का कहना है कि उन्होंने ऑपरेशन के लिए 35 हजार रुपया क्लीनिक को दिया है। पोली नर्सिंग होम की ड्रेसर गुड़िया कुमारी ने बताया कि क्लीनिक के संचालक शिवकुमार हैं। यहां पीएमसीएच व अन्य अस्पताल के डॉक्टर ऑन कॉल आते हैं। ममता देवी के बच्चेदानी का ऑपरेशन करने के लिए केवल पानी चढ़ाया गया था। इसी दौरान उसकी तबीयत बिगड़ गई तो डॉक्टर ने पीएमसीएच रेफर किया। रास्ते में उसकी मौत हुई है। गुड़िया कुमारी ने बताया कि मरीज के परिवार को 10 हजार लौटा दिया गया है।