बिहार में बालू की कमी नहीं, 15 करोड़ घनफुट का है राज्य में भंडार; जानें हर महीने कितने की है खपत
खनन कार्यों में आई कमी और कुछ जिलों में बंदोबस्तधारियों द्वारा बालू खनन का काम रोकने के बाद भी सूबे में बालू की कमी नहीं। वर्तमान में करीब 15 करोड़ घनफुट बालू का भंडार सरकार के पास है। खान एवं भू-तत्व विभाग ने इसकी आधिकारिक पुष्टि की है।
राज्य ब्यूरो, पटना: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच खनन कार्यों में आई कमी और कुछ जिलों में बंदोबस्तधारियों द्वारा बालू खनन का काम रोकने के बाद भी सूबे में बालू की कमी नहीं। वर्तमान में करीब 15 करोड़ घनफुट बालू का भंडार सरकार के पास है। खान एवं भू-तत्व विभाग ने इसकी आधिकारिक पुष्टि की है।
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, विभिन्न जिलों से विभाग को ऐसी जानकारी प्राप्त हो रही थी कि बंदोबस्तधारियों के खनन काम को रोकने और कुछ जिलों में लॉकडाउन की वजह से बालू खनन का काम प्रभावित हुआ है और जिलों में बालू की कमी हो गई है। जिसका फायदा बालू विक्रेता उठा रहे हैं और मनमाने दाम पर बालू की बिक्री कर रहे हैं।
बालू भंडार का ब्योरा तलब
सूचना मिलने के बाद खान एवं भू-तत्व विभाग की प्रधान सचिव हरजोत कौर बम्हारा ने सभी जिलों के खनन पदाधिकारियों को निर्देश जारी कर जिले में उपलब्ध बालू भंडार का ब्योरा तलब किया था। साथ ही खनन पदाधिकारियों से बालू की कीमतों को लेकर भी जानकारी मांगी थी। विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रधान सचिव के निर्देश पर बालू उपलब्धता का आकलन करने के बाद जिलों ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।
प्रति महीने राज्य में बालू की खपत चार से पांच करोड़ घनफुट
सूत्रों के अनुसार फिलहाल आठ जिलों अरवल, नवादा, किशनगंज, मधेपुरा, वैशाली, बांका और बेतिया में बालू का खनन हो रहा है। जिलों ने जो रिपोर्ट सौंपी है, उसके अनुसार खान एवं भू-तत्व विभाग के पास अभी 15 करोड़ घनफुट बालू का भंडार उपलब्ध है, जबकि प्रति महीने राज्य में बालू की खपत चार से पांच करोड़ घनफुट है। रिपोर्ट में जिलों ने यह जानकारी भी मुहैया कराई है कि बालू की औसतन कीमतों में उतार-चढ़ाव होता है। जो बालू की खपत के आधार पर होता है। हालांकि कुछ जिलों ने अपनी रिपोर्ट में बालू की कीमतों को लेकर रिपोर्ट नहीं दी है। इन जिलों को नए सिरे से निर्देश जारी किए जा रहे हैं।