प्रवासी पक्षि‍यों के कलरव से गुलजार हैं शेखपुरा जिले के जलाशय, ईको टुरिज्‍म की यहां अपार संभावनाएं

प्रवासी पक्षियों के कलरव से गुलजार हैं शेखपुरा जिले के कई जलाशय कई जगह से मुख मोड़ लिया प्रवासी पक्षियों ने पर बिष्णु धाम मंदिर का क्षेत्र अभी प्रवासी पक्षियों की चहचहाहट से गुलजार मटोखर झील से पक्षियों ने मुख मोड़ा

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Sun, 17 Jan 2021 07:22 AM (IST) Updated:Sun, 17 Jan 2021 07:22 AM (IST)
प्रवासी पक्षि‍यों के कलरव से गुलजार हैं शेखपुरा जिले के जलाशय, ईको टुरिज्‍म की यहां अपार संभावनाएं
शेखपुरा में देखने को मिल रहा पक्ष‍ियों का कलरव। जागरण

शेखपुरा, जागरण संवाददाता। बिहार सरकार द्वारा 15 जनवरी से 17 जनवरी तक प्रथम राज्य पक्षी महोत्सव मनाया जा रहा है। इस महोत्सव को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा विशेष दिलचस्पी दिखाई गई है। बिहार देशभर में तीसरा प्रदेश पक्षी महोत्सव मनाने को लेकर बन गया है। वैसे में शेखपुरा जिले में भी कई जलाशयों में प्रवासी पक्षियों का जमावड़ा लगा हुआ है। पक्षियों के कलरव से क्षेत्र गुलजार रहता है। इन जलाशयों में प्रवासी पक्षियों के आने से लोग इसे देखने भी आ रहे हैं। कई जगहों पर पर्यटन की संभावना भी इससे बढ़ सकती है। हालांकि कुछ तालाबों से प्रवासी पक्षियों ने अपना मुख मोड़ लिया है। वैसे मैं वहां के लोगों में निराशा भी है।

विष्णु धाम में प्रवासी पक्षियों का गूंजता है कलरव

शेखपुरा जिले में उत्तर भारत का तिरुपति विष्णु धाम का मंदिर है। जल मंदिर के रूप में यह प्रख्यात है और यहां भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है। दुनिया में पूजी जाने वाली सबसे बड़ी विष्णु की प्रतिमा यहां है। इसकी ऊंचाई 7 फीट 6 इंच है। इस मंदिर के चारों ओर तालाब में प्रवासी पक्षियों का कलरव है। प्रवासी पक्षियों में साइबेरियन डक प्रमुख रूप से यहां कलरव कर रहे हैं। प्रवासी पक्षियों की तस्वीर उतारने में मंदिर में पूजा करने के लिए आने वाले लोग लगे रहते हैं। यहां का माहौल रमणीय हो गया है।

शेरपुर के बड़े तालाब में भी खूब दिख रहे प्रवासी पक्षी

प्रवासी पक्षियों का जमावड़ा बरबीघा के शेरपुर के बड़े तालाब में भी खूब हो रहा है। यहां प्रवासी पछी बड़ी संख्या में जुटे हैं और कलरव करते देखे जाते हैं। इन पक्षी में साइबेरियन डक की ही प्रमुखता है। पक्षी और पर्यावरण के जानकार जनार्दन सिंह कहते हैं कि प्रवासी पक्षी ठंड के मौसम में इन जगहों पर आते हैं और कुछ माह तक यहीं पर वास करते हैं। प्रवासी पक्षी के आवागमन से क्षेत्र में पक्षियों की आवाज गूंजने लगती।

कई जगहों से प्रवासी पक्षियों ने मुंह मोड़ लिया

शेखपुरा जिला का पर्यटन स्थल मोटोखर झील काफी बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने जल जीवन हरियाली यात्रा शेखपुरा जिला में इसी झील के पास किया था। इस तालाब में एक दशक पहले प्रवासी पक्षियों का खूब आगमन होता था परंतु यहां स्थानीय लोगों के द्वारा शिकार किए जाने और पर्यावरण में आए बदलाव की वजह से अब प्रवासी पक्षी नहीं आ रहे। इस साल यहां स्थिति और भी विकट हो गई है । एक भी प्रवासी पक्षी बड़े से झील में नहीं आ रहे हैं। हालांकि पर्यटन के लिहाज से यह अशुभ ही माना जा रहा है। पर्यावरणविद् जनार्दन सिंह कहते हैं कि वातावरण में आए परिवर्तन के साथ-साथ मोबाइल टावर की वजह से भी कुछ जगहों पर प्रवासी पक्षी ने अपना रास्ता बदल लिया।

chat bot
आपका साथी