Bihar Flood: गंगा, गंडक व बागमती के इलाकों में बाढ़ का खतरा फिलहाल टला, कोसी व सोन में उफान जारी
बिहार में कई जिलों में भारी बारिश के बावजूद प्रमुख नदियों में कोसी और सोन को छोड़कर बाकी सभी नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं। प्रमुख बांध और तटबंधों पर जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की पैनी नजर बनी हुई है।
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में कई जिलों में भारी बारिश के बावजूद प्रमुख नदियों में कोसी और सोन को छोड़कर बाकी सभी नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं। प्रमुख बांध और तटबंधों पर जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की पैनी नजर बनी हुई है।केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, मुजफ्फरपुर जिले में गंडक नदी में रेवाघाट पर जलस्तर में मामूली वृद्धि होने की संभावना है। वहीं, गोपालगंज जिले में डुमरियाघाट पर गंडक नदी खतरे के निशान से 95 सेंटीमीटर ऊपर बह रही थी। इसके जलस्तर में तीन सेंटीमीटर तक और वृद्धि की होने की संभावना है।
प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ की टीम तैनात
सरकार की ओर से राहत-बचाव के मुकम्मल इंतजाम किए गए हैं। हालांकि, अभी कहीं भी बाढ़ जैसी स्थिति नहीं है। शासन के निर्देश पर बाढ़ प्रभावित जिलों में जिलाधिकारियों के अलावा इंजीनियरों, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम लगातार मानीटरिंग कर रही है। शुक्रवार की शाम तक की रिपोर्ट के अनुसार, गंगा, गंडक व बागमती से जुड़े इलाकों में बाढ़ का खतरा फिलहाल नहीं है। संवेदनशील और अति संवेदनशील स्थलों की निगरानी की जा रही है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत व बचाव कार्य जारी है। सरकार की ओर से बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत व बचाव के जिला प्रशासन को आवश्यक निर्देश भी दिए गए हैं।
कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति
हालांकि सोन और कोसी की उफान से चिंता बढ़ना लाजिमी है। खासकर कोसी नदी की उफान तबाही मचा सकती है। हालांकि तटबंध समेत अन्य जगहों पर प्रशासन की नजर बनी हुई है। बता दें कि बगहा, गोपालगंज और सारण के कई इलाकों में पानी प्रवेश कर जाने की वजह से बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है। कई जगह सड़कों का संपर्क कट गया है। इस कारण आवागमन में काफी असुविधा हो रही है। इधर गंडक नदी पर बने एप्रोच रोड को काट दिया गया है। यहां पुल का निर्माण होना है।