बिहार में बदलेगी व्यवस्था, अब हाई स्कूलों में टैब के जरिए पढ़ेंगे छात्र और छात्राएं
bihar school news शिक्षा विभाग ने पहले चरण में 150 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में विद्यार्थियों को टैब देने की योजना को कार्यान्वित करने का फैसला किया है। इसके लिए प्रस्ताव वित्त विभाग को भेजा गया है।
राज्य ब्यूरो, पटना: कोरोना संकट के बीच शिक्षा विभाग ने बजट में शामिल योजनाओं पर धीरे -धीरे अमल करना शुरू कर दिया है। विभाग ने पहले चरण में 150 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में विद्यार्थियों को टैब देने की योजना को कार्यान्वित करने का फैसला किया है। इसके लिए प्रस्ताव वित्त विभाग को भेजा गया है। चालू सत्र में विद्यार्थियों को टैब देने का प्रस्ताव है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत स्टेप ऐप के जरिए विद्यार्थियों को सूचना प्रौद्योगिकी शिक्षा से जोड़ने की पहल की जा रही है। यह योजना केंद्र सरकार की है और इसमें राज्य सरकार की भी भागीदारी होगी। प्रदेश के 50 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में इस योजना को लागू किया जाएगा। इसके बाद अन्य माध्यमिक विद्यालयों में यह योजना लागू होगी।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार के मुताबिक प्रदेश के माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में उन्नयन बिहार कार्यक्रम के तहत विद्यार्थी स्मार्ट क्लास में टीवी से पढ़ाई करते ही हैं। अब इस सत्र से पायलट प्रोजेक्ट के तहत कई विद्यालयों में टैब से भी विद्यार्थी पढ़ाई करेंगे। धीरे-धीरे यह योजना प्रदेश के अन्य माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में लागू की जाएगी। सूचना प्रौद्योगिकी शिक्षा के तहत विद्याॢथयों को ई-लॄनग से जोडऩे का कार्यक्रम प्राथमिकता में है। फिलहाल यह योजना केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय और सैनिक विद्यालय में लागू है। इसके अलावा महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा और उत्तराखंड के सरकारी विद्यालयों में स्टेप एप सॉफ्टवेयर से विद्यार्थी टैब के माध्यम से पढ़ाई कर रहे हैं।
गेम के जरिए रोचक अंदाज में होगी पढ़ाई
स्टेप एप सॉफ्टवेयर में एनसीईआरटी सिलेबस से संबंधित पाठ्यक्रमों को डाला गया है। इसके अलावा कई राज्यों के बोर्ड के पाठ्यक्रम को भी स्टेप एप सॉफ्टवेयर में रखा गया है। इसमें हर चैप्टर के हर टॉपिक को गेम के माध्यम से रोचक अंदाज में बताया गया है। गेम को कई स्टेप में बनाया गया है ताकि विद्यार्थी चैप्टर वाइज अपनी पढ़ाई कर सकें। इसके अलावा इस स्टेप एप में एक डैश बोर्ड भी है, जिसके माध्यम से शिक्षक द्वारा टाइप कर पढ़ाई करने वाले विद्याॢथयों के परफॉर्मेंस का आकलन किया जा सकता है।