पटना में इंस्‍पेक्‍टर का बेटा खरीदता था चोरी की बाइक, यूट्यूब से सीखकर वाहन चुराता था गिरोह

पटना में चोरी की छह बाइक के साथ पांच गिरफ्तार इंस्पेक्टर का बेटा खरीदार यूट्यूब से सीखा चोरी का तरीका लॉक तोड़ बिना मास्टर-की के चुराते थे बाइक एक ही नंबर की मिलीं दो बाइक 15 हजार में बेचते थे दो लाख की बाइक

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Tue, 19 Jan 2021 10:44 AM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 01:11 PM (IST)
पटना में इंस्‍पेक्‍टर का बेटा खरीदता था चोरी की बाइक, यूट्यूब से सीखकर वाहन चुराता था गिरोह
वाहन चोरों के बड़े गिरोह को पटना पुलिस ने पकड़ा। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

पटना, जागरण संवाददाता। राजधानी में चंद सेकेंड में बाइक उड़ाने वाले गिरोह के पांच शातिरों को कोतवाली पुलिस ने चोरी की छह महंगी बाइक के साथ गिरफ्तार कर लिया। इनमें चोरी की बाइक खरीदने वाला इंस्पेक्टर का बेटा भी शामिल है। इनकी पहचान पुनाईचक निवासी छोटू उर्फ रौनक और ऋषि राज, रूपसपुर निवासी सोनू कुमार व अंकित और जहानाबाद निवासी अमित उर्फ राहुल उर्फ गोलू के रूप में हुई है। इनमें अमित गिरोह का सरगना है, जबकि ऋषि और अंकित खुद को खरीदार बता रहे हैं। इनके पास से बरामद स्पोट्र्स बाइक नई है। इसकी कीमत डेढ़ से दो लाख रुपये के बीच है। गिरोह चोरी की बाइक को 10 से 15 हजार रुपये में बेच देता था। पूछताछ में गिरोह के सरगना ने पुलिस को बताया कि उसने यूट्यूब से बाइक चोरी करने का तरीका सीखा। वे बाइक का लॉक तोड़ते थे और बिना मास्टर-की के ही बाइक स्टार्ट कर चुरा लेते थे।

एम परिवहन से चुराते थे बाइक का नंबर

एएसपी लॉ एंड ऑर्डर स्वर्ण प्रभात ने कहा कि गिरोह में कुछ और लोग शामिल हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। इनमें दो बाइक कोतवाली थाना क्षेत्र से पिछले साल दिसंबर और एक बाइक इसी माह चुराई गई थी। उन्होंने बताया कि गिरोह तीन तरीके से काम करता था। पहला गिरोह रेकी करता था। दूसरा गिरोह बाइक चुराता था और तीसरा गिरोह चोरी की बाइक बेचता था। गिरोह चोरी की बाइक का नंबर बदल देता था। इसके लिए वे एम परिवहन को सर्च करते थे। सर्च करने के बाद पता करते थे चोरी की बाइक का मॉडल, गाड़ी का नंबर क्या है? अगर उसी मॉडल की बाइक दिख गई तो उसका नंबर चोरी की बाइक पर दर्ज कर देते थे। ताकि कहीं वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस उन्हें रोके तो वे उसके पेपर दिखा देते थे और बचकर निकल जाते थे।

स्टार्टिंग वायर को काट जोड़कर करते थे स्टार्ट

बाइक चोरी करने का तरीका हैरान करने वाला है। पहले बाइक का हैंडिल घुमाकर लॉक तोड़ा जाता था। फिर मास्टर-की की जगह शातिर लॉक के पास स्टार्टिंग वायर को काट देते थे। फिर उन्हें सेल्फ वायर में जोड़ देते थे। इस बीच गाड़ी का लॉक तोड़ दिया जाता था। सेल्फ से गाड़ी को स्टार्ट कर शातिर उसे लेकर चले जाते थे। अमित ने पुलिस को बताया कि यूट्यूब से बाइक चुराने का तरीका सीखने के बाद गिरोह बनाया। शातिर गिरोह वैशाली, आरा सहित अन्य इलाकों से महंगी बाइकों की चोरी करता है। इसे वे सस्ते दाम में बेच देते थे। चोरी की बरामद छह बाइक में दो ऐसी हैं, जिनका नंबर एक ही है।

जूस बेचकर पढ़ाया, बड़े शौक ने बना दिया चोर

अमित के पिता की जूस की दुकान है। जूस बेचकर उसकी ग्रेजुएशन की पढ़ाई कराई। पिता का अरमान था कि बेटा पढ़ाई कर कोई नौकरी करेगा। इससे जूस की दुकान वह बंद कर देगा। लेकिन, अमित के बड़े शौक ने उसे गलत रास्ते की तरफ मोड़ दिया, नौकरी का प्रयास तो नहीं किया, बल्कि अब सलाखों के पीछे पहुंच गया। सूत्रों की मानें तो अंकित के पिता सीआरपीएफ में इंस्पेक्टर हैं। अंकित ने 15 हजार रुपये में अमित से चोरी की बाइक खरीदी थी। फिर गिरोह में शामिल हो गया।

इस तरह पकड़े गए शातिर

16 जनवरी की शाम मौर्यालोक में गिरोह एक बाइक का लॉक तोडऩे के बाद वायर काट रहे थे। इसी बीच बाइक मालिक ने चोरों की हरकत को देख लिया। दबे पांव उनके पास पहुंचा और एक को मौके पर ही दबोच पुलिस को खबर कर दी। पुलिस ने एक की निशानदेही पर सभी को गिरफ्तार कर लिया।

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