बिहार की संस्कृति पर वैज्ञानिक अनुसंधान की जरूरत : सभापति

मैथिली साहित्य संस्थान पटना की ओर से अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिका मिथिला भारती का विमोचन

By JagranEdited By: Publish:Sat, 26 Sep 2020 07:54 AM (IST) Updated:Sat, 26 Sep 2020 07:54 AM (IST)
बिहार की संस्कृति पर वैज्ञानिक अनुसंधान की जरूरत : सभापति
बिहार की संस्कृति पर वैज्ञानिक अनुसंधान की जरूरत : सभापति

पटना। मैथिली साहित्य संस्थान, पटना की ओर से अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिका 'मिथिला भारती' की नौवीं श्रृंखला के सातवें भाग का विमोचन बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने परिषद कार्यालय में किया। उन्होंने कहा कि बिहार की गौरवशाली संस्कृति एवं परंपरा पर गंभीर वैज्ञानिक अनुसंधान करने की जरूरत है। बिहार के धार्मिक एवं आध्यात्मिक इतिहास एवं लोक परंपरा के तकनीकी पहलुओं पर शोध करने के लिए नई पीढ़ी को प्रोत्साहन देने की जरूरत है। सभी विश्वविद्यालयों का प्रयास होना चाहिए कि शोध पत्रिकाओं के प्रकाशन पर जोर दें, जिससे कम से कम एक शोध पत्रिका को यूजीसी केयर लिस्ट में स्थान मिले। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नई दिल्ली द्वारा 'मिथिला भारती' शोध पत्रिका को यूजीसी केयर लिस्ट में शामिल किया जाना बड़ी उपलब्धि है। मिथिला भारती का प्रकाशन 1969 से होते रहा है। भारत एवं नेपाल के साथ मिथिला की संस्कृति, परंपरा, इतिहास, भाषा, मानविकी, समाज विज्ञान, कला एवं लोक कला आदि विषयों पर अमेरिका, जापान, कनाडा आदि जगहों के अंतरराष्ट्रीय स्तर के विद्वानों के शोध लेख मैथिली व अंग्रेजी भाषा में पत्रिका के जरिए प्रकाशित होते रहे हैं। मौके पर परिषद के सचिव विनोद कुमार, शोध पत्रिका के संपादक डॉ. शिव कुमार मिश्र, भैरव लाल दास, रमेश झा, डॉ. अशोक कुमार सिन्हा, चंद्रशेखर सिंह, अमित सागर, संदीप कुमार सिंह, रत्‍‌नेश कुमार वर्मा, साहित्य संस्थान के अध्यक्ष प्रो. डॉ. इंद्रकांत झा मौजूद थे।

आबादी के अनुसार वैश्यों ने मांगी भागीदारी

पटना। वैश्य महापंचायत के तत्वावधान में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में संगठन के प्रदेश संयोजक कमल नोपानी ने कहा कि वैश्यों को आबादी के अनुसार राजनीतिक भागीदारी मिलनी चाहिए। राज्य में वैश्यों की 22 फीसद आबादी है, लेकिन महज 16 विधायक हैं। इससे समाज को काफी निराशा है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि वैश्यों को आबादी के अनुसार विधानसभा चुनाव में टिकट दें। उन्होंने कहा कि वैश्य समाज ने राज्य में 51 विधानसभा क्षेत्रों का चयन किया है। महापंचायत ने सभी राजनीतिक दलों से आग्रह किया है कि उन विधानसभा क्षेत्र में वैश्य प्रत्याशी ही उतारे जाएं। उन्होंने कहा कि वैश्य समाज हमेशा से राज्य के विकास में अपना योगदान देते रहा है। इस अवसर पर डॉ. जगन्नाथ गुप्ता, ई. सुंदर साहू, पीके चौधरी, दीपक कुमार अग्रवाल, दिलीप गुप्ता, राज गुप्ता एवं अजय कुमार गुप्ता सहित कई लोगों ने भाग लिया।

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