पटना की बहुमंजिली इमारतों की आग बुझाने के लिए आया हाइड्रालिक प्लेटफार्म, कई खूबियों से है लैस
32 मीटर ऊंचे हाइड्रोलिक प्लेटफार्म की सीढ़ियों से 10 मंजिल तक बुझाई जा सकेगी आग। साढ़े चार करोड़ रुपये की लागत से खरीदा गया है वाहन। संचालन के लिए पटना के दमकल कर्मियों को दिया जा रहा है प्रशिक्षण
संतोष कुमार, पटना। राजधानी पटना की बहुमंजिली इमारतों की आग बुझाने के लिए अत्याधुनिक खूबियों से लैस हाइड्रोलिक प्लेटफार्म (Hydraulic Platform) जल्द अग्निशमन विभाग (Fire Brigade) के बेड़े में शामिल हो जाएगा। 32 मीटर ऊंचे हाइड्रोलिक प्लेटफार्म की सीढ़ियों से 10 मंजिल तक लगी आग बुझाई जा सकेगी। साढ़े चार करोड़ की लागत से खरीदा गया यह वाहन पूरी तरह स्वदेशी है। इसके संचालन के लिए दमकल कर्मियों का प्रशिक्षण शुरू कर दिया गया है। अग्निशमन अधिकारी के मुताबिक बहुमंजिली इमारतों में लगी आग को बुझाना एक बड़ी चुनौती होती है। जान-माल के नुकसान की आशंका रहती है। लेकिन नए हाइड्रोलिक प्लेटफार्म से विभाग को कार्रवाई में खासी मदद मिलेगी।
राजधानी में तेजी से बढ़ रही बहुमंजिली इमारतों की संख्या
दरअसल राजधानी पटना का तेजी से विस्तार हो रहा है। पुराने इलाके सहित आस-पास के क्षेत्र में कई बहुमंजिली इमारतों का निर्माण हो रहा है। हालांकि उन भवन में पहले से तय मानक के मुताबिक आग से बचाव के उपाए किए जाते हैं। लेकिन बड़ी आग की स्थिति में बाहरी मदद ही एकमात्र सहारा होता है। अनुमान के मुताबिक पटना व आसपास के इलाके में करीब पांच हजार बहुमंजिली इमारतें हैं। फिलहाल सबसे ऊंची इमारत गांधी मैदान का बिस्कोमान भवन है। बहुमंजिली इमारतों में लगी आग बुझाने के लिए पटना अग्निशमन विभाग के पास पहले से 15 और 32 मीटर ऊंची सीढ़ी वाले एक-एक हाइड्रोलिक प्लेटफार्म मौजूद हैं। लेकिन बड़ी बिल्डिंग के तेजी से हो रहे निर्माण के मद्देनजर अन्य खूबियों से युक्त हाइड्रोलिक प्लेटफार्म की जरूरत महसूस की जा रही थी। इसके तहत बिहार अग्निशमन सेवा के लिए गुड़ंगाव की लिफ्ट मैक नाम की कंपनी से हाइड्रोलिक प्लेटफार्म की खरीददारी की गई।
डबल इंजन से युक्त है हाइड्रोलिक प्लेटफार्म
हाइड्रोलिक प्लेटफार्म कई अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त है। इसमें दो इंजन लगे हैं। लिहाजा यदि अग्निशमन कार्य के दौरान यदि एक इंजन खराब हो जाता है तो तुरंत दूसरे इंजन को चालू कर बचाव कार्य जारी रखा जा सकता है। बैटरी से भी इसका संचालन संभव है। इसके उपरी हिस्से में लगे केज की 500 किलो भार सहन करने की क्षमता है। बचाव कार्य के दौरान इस केज में एक साथ करीब आठ से नौ लोगों को एक साथ नीचे उतारा जा सकता है।
दमकल कर्मियों को दिया जा रहा है प्रशिक्षण-डीआइजी
अग्निशमन विभाग के डीआइजी ने बताया कि नई तकनीक वाली हाइड्रोलिक प्लेटफार्म के संचालन के प्रशिक्षण के लिए कंपनी के अधिकारी बिहटा के अग्निशमन प्रशिक्षण केंद्र पहुंच चुके हैं। वहां दमकल विभाग के कर्मियों को इसका प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद हाइड्रोलिक प्लेटफार्म का ट्रायल किया जाएगा। बाद में इसे अग्निशमन विभाग के बेड़े में शामिल कर लिया जाएगा। इससे विभाग की क्षमता काफी बढ़ जाएगी।