NTPC बाढ़ की स्टेज -1 की पहली इकाई ग्रिड से जुड़ी, बिहार को होगा बड़ा लाभ
एनटीपीसी स्टेज-1 की पहली इकाई को पटना जिले के बाढ़ में रविवार को सफलतापूर्वक ग्रिड से जोड़ दिया गया। बिहार में एनटीपीसी की पहली सुपर क्रिटिकल आधारित महत्वाकांक्षी बिजली परियोजना है जिसमें 660 मेगावाट की 5 इकाइयों के साथ 3300 मेगावाट की कुल स्थापित क्षमता है।
पटना, जेएनएन। पटना जिले के बाढ़ में एनटीपीसी स्टेज-1 की पहली इकाई को रविवार की सुबह सफलतापूर्वक ग्रिड से जोड़ दिया गया। 72 घंटे के सफलतापूर्वक संचालन के बाद इसके वाणिज्यिक उत्पादन का रास्ता साफ हो जाएगा। एनटीपीसी बाढ़ के अधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि मार्च 2022 के अंत तक शेष दो इकाइयों को चालू कर दिया जाएगा। जिससे बिहार को लाभ होगा।
5 इकाइयों के साथ 3300 मेगावाट की कुल स्थापित क्षमता
बिहार में एनटीपीसी की पहली सुपर क्रिटिकल आधारित महत्वाकांक्षी बिजली परियोजना है, जिसमें 660 मेगावाट की 5 इकाइयों के साथ 3300 मेगावाट की कुल स्थापित क्षमता है, जिसमें 660 मेगावट की दो इकाइयां पहले ही सफलतापूर्वक चालू हो चुकी हैंं। बाढ़ संयंत्र की 660 मेगावाट की स्टेज-1 की पहली इकाई को आज सुबह 7:32 बजे सफलतापूर्वक ग्रिड के साथ जोड़ दिया गया।
660 मेगावाट की कुल पांच इकाइयों का होना है निर्माण
एनटीपीसी के प्रवक्ता विश्वनाथ चंदन ने बताया कि एनटीपीसी पटना बाढ़ में 660 मेगावाट की कुल पांच इकाइयों का निर्माण होना है। उन्होंने उम्मीद जताई कि मार्च 2022 के अंत तक शेष दो इकाइयों को चालू कर दिया जाएगा। स्टेज- 1 की तीन इकाइयों के निर्माण कार्य में देरी इनके निर्माण में कार्यरत रूसी फर्म टेक्नोप्रोमो एक्सपोर्ट से जुड़े अनुबंध, निष्पादन और समयरेखा की समस्याओं के चलते हुई, जबकि बाढ़ परियोजना के चरण-2 (2x660 मेगावॉट) की दो इकाइयां पहले ही औद्योगिक उत्पादन कर रही हैं। एनटीपीसी बाढ़ के स्टेज-1 की शेष दो इकाइयों को मार्च, 2022 के अंत तक चालू कर दिया जाएगा।
स्टेज-2 की दो इकाइयों से 1,198 मेगावॉट मिल रही बिजली
वर्तमान में बिहार राज्य को स्टेज-2 की दो इकाइयों से 1,198 मेगावॉट बिजली मिल रही है अन्य तीन संयंत्रों के वाणिज्यिक उत्पादन के बाद इसे अतिरिक्त 1025 मेगावॉट बिजली मिलेगी। उन्होंने कहा कि एनटीपीसी बिहार को अपने विभिन्न संयंत्रों के माध्यम से 4,248 मेगावाट बिजली की आपूर्ति कर रहा है।