मुंगेर रेल व सड़क पुल पर चलने का सपना जल्‍द हो सकता है पूरा, संपर्क पथ का इस दिन होगा उद्घाटन

केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना मुंगेर रेल सह सड़क पुल पर दो माह बाद पैदल गंगा नदी पार करने का सपना साकार हो सकेगा। पुल से सभी वाहनों का आवागमन भी होगा। करीब सात सौ करोड़ की लागत से संपर्क पथ का निर्माण कराया जा रहा है।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 05:29 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 05:29 PM (IST)
मुंगेर रेल व सड़क पुल पर चलने का सपना जल्‍द हो सकता है पूरा, संपर्क पथ का इस दिन होगा उद्घाटन
पुल के संपर्क पथ का तेजी से हो रहा निर्माण। जागरण
साहेबपुर कमाल (बेगूसराय), संवाद सूत्र। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना मुंगेर रेल सह सड़क पुल पर दो माह बाद पैदल गंगा नदी पार करने का सपना साकार हो सकेगा। पुल से सभी वाहनों का आवागमन भी होगा। यह जानकारी निर्माण कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर केके पाठक ने दी। उन्होंने बताया कि 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी (Ex PM Atal Bihari Vajpayee) की जन्मतिथि के अवसर पर इसे राष्ट्र को समर्पित करने की संभावना है। 
खगड़‍िया की ओर 5.133 किलोमीटर जबकि मुंगेर की ओर होगी 9.39 किलोमीटर लंबी सड़क 
हरियाणा की सिंगला कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर के अनुसार, मुंगेर रेल सह सड़क पुल के संपर्क पथ का निर्माण अंतिम चरण में पहुंच गया है। बीच में भूमि अधिग्रहण की समस्या आई। 2020 तक भूमि अधिग्रहण की सभी रुकावटों को दूर कर तेजी से एनएच 333 बी का निर्माण प्रारंभ हुआ। पुल के दोनों ओर कुल 14.5 किलोमीटर पथ का निर्माण कराया गया। इसमें पुल के उत्तरी छोर से हीराटोल ग्राम के निकट एनएच 31 तक 5.133 किलोमीटर एवं पुल के दक्षिणी मुंगेर की ओर 9.39 किलोमीटर लंबी एवं 60 मीटर चौड़ी एनएच 333 के निर्माण के लिए कुल छोटे-बड़े 19 पिलर का निर्माण किया गया। उक्त पथ के निर्माण में लगभग सात सौ करोड़ रुपये की लागत आई है।

2002 में वाजपेयी जी ने किया था शिलान्‍यास  

बताया जाता है कि 2002 में ही तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने मुंगेर रेल सह सड़क पुल का शिलान्यास किया गया था। उस समय मुंगेर रेल सह सड़क पुल निर्माण की अंतिम सीमा 2011 रखी गई थी, परंतु निर्माण कार्य में कई बाधाएं आई। राशि आवंटन की कमी के चलते पुल के निर्माण की लागत बढ़ने के साथ पूर्ण होने का समय भी बढ़ता गया। अंतत: 2016 में पुल के उद्घाटन के साथ रेल पथ पर ट्रेनों का आवागमन शुरू हो गया। इसके उपरांत कई वर्षों तक पुल को सड़क से जोड़ने के लिए लोगों ने आवाजें उठाई। सड़क के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू हुआ। बहरहाल पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिन पर ही लोगों को यह सौगात देने की तैयारी चल रही है। 
एक दूसरे के करीब आएंगे बेगूसराय, खगड़‍ि‍या, मुंगेर, जमुई के लोग
पुल को एनएच 333 से जोड़ने पर बेगूसराय, खगड़‍िया, मुंगेर, जमुई, लखीसराय, शेखपुरा की दूरी एक-दूसरे से कम हो जाएगी। यहां के व्यापारियों मजदूरों, किसानों सहित आम लोगों की आकांक्षाएं पूरी होगी। व्यापार में वृद्धि होगी एवं रोजगार की संभावनाएं बढ़ेगी। बताया जाता है कि प्रखंड क्षेत्र से प्रतिदिन हजारों लीटर दूध दुग्ध व्यापारियों द्वार नाव एवं अन्य साधन से मुंगेर ले जाया जाता है। इन्हें सीधे सड़क मार्ग से पहुंचाना अब आसान हो जाएगा। वहीं बेगूसराय एवं खगड़‍िया जिले की दूरी मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा एवं जमुई से घटकर महज 25 से 30 किलोमीटर रह जाएगी। 
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