गोपालगंज के सिविल सर्जन ने छूए स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मंगल पांडेय के पांव, वायरल तस्‍वीरों पर लोगों ने कसा तंज

गोपालगंज पहुंचे स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मंगल पांडेय का पांव छूते गोपालगंज के सिविल सर्जन डा. योगेंद्र भगत की तस्‍वीर वायरल हो रही है। इंटरनेट यूजर जमकर ट्रोल कर रहे हैं। मंत्री एक कार्यक्रम के लिए गोपालगंज सर्किट हाउस पहुंचे थे।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 12:56 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 02:39 PM (IST)
गोपालगंज के सिविल सर्जन ने छूए स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मंगल पांडेय के पांव, वायरल तस्‍वीरों पर लोगों ने कसा तंज
स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मंगल पांडेय का पांव छूते सिविल सर्जन। वायरल तस्‍वीर

गोपालगंज, जागरण संवाददाता। नेताओं के चरण छूने की एक परिपाटी सी बिहार में बन गई है। बड़े नेताओं के पांव छूने के पीछे कई तरह की लालसा भी रहती है। पिछले दिनों जदयू संसदीय दल के नेता उपेंद्र कुशवाहा (JDU Leader Upendra Kushwaha) को इस कारण अपने कार्यालय के बाहर नोटिस चिपकाना पड़ा कि कृपया पांव न छूएं। अब गोपालगंज की एक तस्‍वीर वायरल हो रही है। जहां एक उम्र में काफी बड़े सिविल सर्जन बिहार के स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मंगल पांडेय (Health Minister Mangal Pandey) का पांव छूते नजर आ रहे हैं। तस्‍वीर वायरल होने के बाद इंटरनेट मीडिया पर तरह-तरह के कमेंट किए जा रहे हैं। 

एक कार्यक्रम में पहुंचे थे स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री 

दरअसल स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री एक कार्यक्रम के सिलसिले में गोपालगंज सर्किट हाउस पहुंचे थे। वहां सिविल सर्जन डा. योगेंद्र महतो (Gopalganj Civil Surgeon Dr Yogendra Mahto) मंत्री के स्‍वागत में पहले से गुलदस्‍ता  लेकर खड़े थे। मंत्री जैसे ही गाड़ी से उतरकर सर्किट हाउस की ओर बढ़े सिविल सर्जन उनका पांव छूने के लिए झुक गए। हालांकि इसपर मंत्री ने किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी। गुलदस्‍ता लेकर वे आगे बढ़ गए। इसके बाद भी कई कार्यकर्ताओं ने उनके पांव छूए। मंत्री ने पार्टी नेताओं के साथ कुछ देर बैठक की और इसके बाद वे पंडित दीनदयाल उपाध्‍याय की जयंती समारोह के लिए चले गए। 

इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

इधर तस्‍वीर और वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होते ही यूजर ट्रोल करने लगे हैं। उनका कहना है कि उम्र में काफी बड़े सिविल सर्जन से पैर छुआना किसी तरह से सही नहीं है। इस पर मंगल पांडेय को कम से कम उनका हाथ ही पकड़ लेना चाहिए था। लेकिन मंत्री ने  इसे सामान्‍य बात की तरह लिया। लोग संस्‍कार की बातें भी करने लगे हैं। इस मामले में स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री या सिविल सर्जन की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। 

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