पटना के इन घाटों की सफाई का बजट सबसे ज्यादा, पर इंतजाम के मामले में पीछे, जानें Patna News
पटना में छठ को लेकर किए जाने वाले इंतजाम के लिहाज से सबसे बड़े बजट वाले राजधानी के 10 घाटों का कार्य काफी पीछे चल रहा है।
पटना, जेएनएन। राजधानी में छठ को लेकर किए जाने वाले इंतजाम के लिहाज से सबसे बड़े बजट वाले राजधानी के 10 घाटों का कार्य काफी पीछे चल रहा है। नगर निगम विभाग ने इनके लिए 1.76 करोड़ रुपये का प्लान बनाया है लेकिन अब तक निर्माण एजेंसी को यह जानकारी मुहैया नहीं कराई गई है कि उसे इन घाटों पर क्या कार्य करना है। मंगलवार तक इन घाटों में किसी का संपर्क पथ बन नहीं सका है। अशोक राजपथ से गंगा किनारे पहुंचने के लिए छठ व्रतियों को सबसे अधिक दूरी एलसीटी घाट, पहलवान घाट, बांस घाट, राजापुर और कुर्जी में तय करनी होगी। सबसे नजदीक पाटीपुल, गेट नंबर 92-93 और रामजीचक घाट होगा।
संत माइकल घाट पर स्थिति खराब
संत माइकल स्कूल के पूरब गेट नंबर 83 और पश्चिम गेट नंबर 88 घाट से प्रवेश कर लोग एक जगह गंगा तट पर पहुंचते हैं। नगर निगम ने पूर्वी गेट से प्रवेश से घाट तक के लिए 8.58 लाख रुपये का प्रावधान किया है जबकि पश्चिमी गेट से घाट तक कार्य के लिए 10.30 लाख रुपये का कार्य आर्या कंस्ट्रक्शन को आवंटित किया है। दोनों घाट पर अब तक संपर्क पथ के आगे काम नहीं हो सका है।
बालूपर और कुर्जी घाट पर खर्च कर दिए लाखों
कुर्जी मोड़ से बालूपर घाट जाने के लिए गंगा पथ से पकड़कर पश्चिम और पूरब की ओर से कुर्जी घाट जाने का रास्ता बन रहा है। बालूपर घाट के लिए आर्या कंस्ट्रक्शन को 18.63 लाख रुपये और कुर्जी घाट के लिए श्याम इंटरप्राइजेज को 21 लाख रुपये का कार्य दिया गया है।
पोकलेन की मदद से ह्यूम पाइप डालने का काम जारी
कुर्जी मोड़ से बालूपर घाट जाने के लिए गंगा पथ पकड़कर पश्चिम की ओर जाना होगा। गंगा पथ पर गाडिय़ों की पार्किंग कर पैदल घाट पर जा सकते हैं। घाट किनारे पहुंचने पर पोकलेन की मदद से ह्यूम पाइप डालने का काम चल रहा था। घाट निर्माण करा रहे पूर्व मुखिया निलेश यादव बताते हैं कि आगे आठ फीट दलदल है। अब ह्यूम पाइप डालकर गंगा की मुख्य धारा तक पहुंचने का इंतजाम किया जा रहा है। यहां दलदल के कारण गंगा की धारा के पास मजदूर भी नहीं पहुंच पाए हैं।
कुर्जी घाट का डिजाइन नहीं
हाईकोर्ट के आदेश पर खोदे गए गंगा चैनल को भर दिया गया है। यहां से व्रतियों की गाड़ी घाट तक जाने के लिए संपर्क पथ निर्माण शुरू हो गया है। घाट पर निर्माण के लिए अब तक नगर निगम कोई डिजाइन तैयार नहीं कर सका है। सबको इतना ही मालूम है कि बल्ली पर तीन बांस से घेराबंदी करनी है।
नहाने और अर्घ्यदान की व्यवस्था नहीं
एलसीटी घाट पर निर्माण के लिए गंगा पथ पार कर तट पहुंचने के लिए 21.05 लाख का कार्य प्रियंका सिंह को मिला है। गंगा घाट किनारे तक पोकलेन मशीन पहुंच गई है लेकिन व्रतियों के अनुकूल नहाने और अर्घ्यदान की व्यवस्था नहीं हो सकी है। अशोक राजपथ से गंगा किनारे पहुंचने के लिए गाडिय़ों का रास्ता बनाया जा रहा है। पार्किंग के लिए कहां कितनी गाडिय़ों के लिए कितनी जगह का प्रबंध करना है इसका कोई मॉडल नगर निगम ने एजेंसी को नहीं दिया है।
इतना आसान नहीं बांस घाट पहुंचना
बांस घाट पर छठ व्रतियों के लिए इंतजाम को इस बार 23.82 लाख रुपये का कार्य मुकेश कुमार को आवंटित किया गया है। बगल में बुद्ध घाट है जहां तालाब में लोग अघ्र्यदान करेंगे। यहां करीब 3.93 लाख खर्च आएगा। अब तक कुर्जी घाट तक संपर्क पथ बनाने में ही एजेंसी हांफ रही है।
दलदल पर राह बनाना आसान नहीं
कलेक्ट्रेट घाट पर छठ व्रत के लिए ज्ञान भारती इंफ्रा को 26.75 लाख रुपये और महेंद्रू घाट पर निर्माण के लिए प्रियंका सिंह को 24.70 लाख रुपये का कार्यादेश मिला है। दोनों ही घाटों पर पोकलेन पहुंच गई है लेकिन दलदल पर राह बनाना आसान नहीं है।
घाट - खर्च का बजट
1. बालूपर घाट - 18.63 लाख
2. कुर्जी घाट - 21.03 लाख
3. एलसीटी घाट - 20.75 लाख
4. राजापुर घाट - 17.67 लाख
5. बांस घाट - 23.82 लाख
6. बुद्ध घाट - 3.93 लाख
7. कलेक्ट्रेट घाट - 26.75 लाख
8. महेंदू्र घाट - 24.70 लाख
9. संत माइकल - 8.58 लाख
10. गेट नंबर 88 - 10.30 लाख