थाईलैंड के फूलों से सजाया गया आरा का यह मंदिर, कोलकाता के कारीगरों ने लिया 20 दिनों का वक्‍त

शहर का प्रसिद्ध आरण्य देवी मंदिर को इस बार आकर्षक विदेशी फूलों से सजाया गया है। मंदिर में इस बार फूल महल की तर्ज पर मां का शृंगार किया गया है। नवरात्र के मौके पर आरा के आरण्य देवी प्रसिद्ध सिद्धपीठ मां आरण्य देवी मंदिर

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 09:52 AM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 10:04 AM (IST)
थाईलैंड के फूलों से सजाया गया आरा का यह मंदिर, कोलकाता के कारीगरों ने लिया 20 दिनों का वक्‍त
आरा के मंदिर को आकर्षक ढंग से सजाया गया। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

आरा, जागरण संवाददाता। Aranya Devi Temple: भोजपुर जिले के मुख्‍यालय आरा शहर के प्रसिद्ध आरण्य देवी मंदिर की छटा इस नवरात्र पर देखते ही बन रही है। नगर देवी के इस मंदिर को इस बार आकर्षक विदेशी फूलों से सजाया गया है। मंदिर में इस बार फूल महल की तर्ज पर मां का शृंगार किया गया है। नवरात्र के मौके पर आरा के आरण्य देवी प्रसिद्ध सिद्धपीठ मां आरण्य देवी मंदिर को थाईलैंड के फूलों से सजाया गया है। इसके लिए कोलकाता के 20 कलाकारों को लगाया गया है। मंदिर को सजाने में प्राकृतिक फूलों के अलावा कृत्रिम फूलों का भी उपयोग किया गया है। कोलकाता के कारीगरों ने फल और फूल से मंदिर को खूबसूरत लुक दिया है।

आरण्‍य देवी मंदिर में पहली बार विदेश से मंगाए गए हैं फूल

ऐसा पहली बार है कि आरण्य देवी मंदिर को सजाने के लिए विदेशी फूल कोलकाता से मंगाए गए हैं। इसके लिए मंदिर में 9 सौ किलो फूलों को मंगाया गया है। आरा में आरण्‍य देवी मंदिर की काफी प्रतिष्‍ठा है। आरा शहर का नाम इन्‍हीं देवी के नाम पर हुआ है और इन्‍हें नगर देवी के तौर पर पूजा जाता है। यहां दूर-दूर से लोग पूजा-अर्चना के लिए आते हैं।

11 प्रकार के फूल और पांच प्रकार के फलों से मंदिर को सजाया

मां आरण्य देवी मंदिर समिति के सदस्य संजय सरावगी उर्फ लल्लू भाई, राज कुमार चूड़ी वाले, श्रवण जलान, अनिल खेमानी, उमेश बेड़‍िया, राजीव पोद्दार, विकास सरावगी, अमित खेमानी, सोनू राय, पाल वस्त्रालय के राजन सहित लल्लू भाई ने बताया कि मंदिर सजाने के लिए थाईलैंड से मंगाए फूलों में आर्किड, एंथोरिया, बाटम प्रास, कार्ड नेसन और अन्य प्रजाति के फूल हैं। देसी फूलों में गुलाब, रजनीगंधा, स्नो इंडिया, विक्टोरिया, गेंदा, जरबेरा शामिल हैं। कुल 11 प्रकार के फूल और पांच प्रकार के फल से मंदिर को सजाया गया है।

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