डुमरांव राज परिवार में विजयादशमी पर हुआ तौजी का आयोजन, वैदिक मंत्रों से गूंजा राज दरबार

डुमरांव के राजगढ़ में विजयादशमी के अवसर पर तौजी का आयोजन किया गया। राज परिवार के सदस्‍यों ने विधि विधान से शस्‍त्र पूजन किया। इस अवसर पर वैदिक मंत्रोच्‍चारण से डुमरांव का ऐतिहासिक राजगढ़ गुंजायमान रहा। बड़ी संख्‍या में क्षेत्र के लेाग पहुंचे।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 02:30 PM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 02:30 PM (IST)
डुमरांव राज परिवार में विजयादशमी पर हुआ तौजी का आयोजन, वैदिक मंत्रों से गूंजा राज दरबार
तौजी के अवसर पर मौजूद राजपरिवार के सदस्‍य। जागरण

डुमरांव (बक्सर), जागरण संवाददाता। स्थानीय नगर स्थित राजगढ़ परिसर में शुक्रवार को विजयादशमी के अवसर पर डुमरांव राज परिवार की सदियों से चली आ रही तौजी परंपरा का आयोजन पारंपरिक रीति-रिवाज के अनुसार किया गया। इस दौरान महाराजा चंद्रविजय सिंह के नेतृत्व में अस्‍त्र-शस्‍त्रों का पूजन किया गया। फिर क्षेत्र के लोगों से भेंट-मुलाकात कर विजयादशमी पर्व की शुभकामनाएंं दी गई। इस दौरान राजगढ़ परिसर वैदिक मंत्रोच्चारण से गुंजायमान रहा। इसके पूर्व डुमरांव महाराज और राज परिवार के सदस्यों की उपस्थिति में श्री बांके बिहारी मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना की गई। तौजी और शस्त्र पूजन के दौरान राज परिवार के सदस्य राजस्थानी पगड़ी, अचकन और पारंपरिक राजसी वेश-भूषा में दिख रहे थे, जो आकर्षण का केंद्र बिंदु रहा।

राज परिवार में सदियों से चली आ रही तौजी की परंपरा

देश के सबसे पुराने राजघराने डुमरांव राज परिवार में तौजी पूजन की परंपरा सदियों से चली आ रही है। दो साल पहले महाराजा कमल सिंह के निधन और पिछले साल कोविड-19 की वजह से तौजी का आयोजन नहीं हुआ। लेकिन इस बार विजयादशमी के दिन महाराजा घराने के लोग अपने राज दरबार में उपस्थित हुए। तौजी परंपरा पर राज परिवार के लोग कहीं पर भी रहते हैं तो इस दिन जरूर उपस्थित होते हैं। राज परिवार के लोग इस दिन राजसी व पारंपरिक वेश-भूषा में रहते हैं। बताया जाता है कि बहुत पहले तौजी का आयोजन राज परिवार की ओ से अनुमंडल मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर मठिला गांव स्थित अपने गढ़ पर किया जाता था। लेकिन मठिला से डुमरांव आने के बाद सदियों से राजगढ़ परिसर में प्रतिवर्ष विजयादशमी के दिन तौजी का आयोजन किया जाता है।

(वैदिक विधि से पूजा करते डुमरांव महाराज।)

आशीर्वाद लेने के लिए जुटते हैं काफी लोग 

राज परिवार से करीबी संबंध रखने वाले पं. शिवजी पाठक नेे बताया कि राजशाही खत्म होने के बावजूद पूरे रियासत में बेहद सम्मानित डुमरांव राज परिवार के सदस्यों से आशीर्वाद लेने लिए शहर और इलाके के लोग बड़ी संख्या में जुटते हैं। इस वर्ष महाराजा चंद्रविजय सिंह ने पारंपरिक विधि-विधान से पूजा-पाठ कर दान दक्षिणा की रस्म भी अदा की गई। इस अवसर पर पुरोहित की भूमिका में बलराम मिश्र, काका जी और कृष्णमोहन मिश्र सहित राज परिवार के महाराजा कुमार शिवांग विजय सिंह, समृद्ध विजय सिंह, सुमेर विजय सिंह के अलावा गणमान्य लोगों में वंशी सिंह, डॉ. बालेश्वर सिंह, ब्रह्मा पांडेय, प्रभु सिंह, प्रभुनारायण पांडेय, राज सिंह, पं. शिवजी पाठक, विनय सिंह, विमलेश पांडेय, सुरेश सिंह, अविनाश त्रिपाठी, किस्मत सिंह, अंबरीश पाठक, राजीव सिंह और गौतम सिंह, सहित कई लोग उपस्थित रहे।

chat bot
आपका साथी