सीआरपीएफ से बर्खास्‍त होने के बाद करता था शराब का धंधा, साले ने ही दोस्‍तों के साथ मिलकर ले ली जान

बिहार के भोजपुर जिले के उदवंतनगर थाना क्षेत्र अन्तर्गत मसाढ़ गांव निवासी एक युवक की गोलियों से भून कर हत्या कर दी गई। शुक्रवार की देर रात आरा-बक्सर फोरलेन के किनारे बामपाली के समीप से हत्या कर फेंका गया शव बरामद किया गया।

By Shubh Narayan PathakEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 09:09 AM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 10:07 AM (IST)
सीआरपीएफ से बर्खास्‍त होने के बाद करता था शराब का धंधा, साले ने ही दोस्‍तों के साथ मिलकर ले ली जान
उमेश कुमार सिंह की फाइल फोटो। साभार- स्‍वजन

आरा, जागरण संवाददाता। Ara Crime: भोजपुर (Bhojpur Crime) जिले के उदवंतनगर (Udwantnagar Police Station) थाना क्षेत्र अन्तर्गत मसाढ़ (Masadh) गांव निवासी एक युवक की गोलियों से भून कर हत्या कर दी गई। शुक्रवार की देर रात आरा-बक्सर फोरलेन (Ara-Buxar Four-lane road) के किनारे बामपाली (Bampali) के समीप से हत्या कर फेंका गया जवान का शव बरामद किया गया। बताया जा रहा है कि मारा गया युवक पहले सीआरपीएफ (Dismissed from CRPF) में नौकरी करता था, लेकिन उसे सेवा से बर्खास्‍त कर दिया गया था। भोजपुर एसपी के मुताबिक नौकरी जाने के बाद वह शराब तस्‍करी के धंधे में लग गया था।

साला के साथ करता था अवैध शराब का धंधा, चार लाख रुपये का था विवाद

इधर, भोजपुर एसपी हर किशोर राय ने बताया कि मारा गया उमेश कुमार सिंह अपने साला के साथ मिलकर अवैध शराब का काम करता था। इसी धंधे में करीब तीन-चार लाख रुपये को लेकर विवाद हो गया था। इसी कारण  24 फरवरी की रात अपने ही साले गुड्डू ने दोस्तों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी और शव को फोरलेन के किनारे फेंक दिया। पकड़े गए साले की निशानदेही पर ही शव को रात्रि पहर बरामद किया गया।  मृतक की पत्नी ने थाने में शुक्रवार को शाम में ही शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके पति का अपहरण कर पैसा मांगा जा रहा है, जिस पर त्वरित कार्रवाई की गई। कांड का पर्दाफाश हो गया है।

शव पर चार जगह मिले गोलियों के निशान

सीआरपीएफ जवान की हत्‍या के बाद आसपास के इलाके में सनसनी फैल गई। मृतक 35 वर्षीय उमेश कुमार सिंह (Umesh Kumar Singh) उदवंतनगर थाना क्षेत्र के मसाढ़ गांव निवासी स्व. धर्मनाथ सिंह का पुत्र था। तीन दिनों से लापता चला आ रहा था। शरीर पर चार जगह गोलियों का निशान पाया गया है।

24 फरवरी को ही आवास से निकला था फिर हो गया था गायब

बताया जाता है कि उदवंतनगर के मसाढ़ गांव निवासी उमेश कुमार सिंह वर्तमान में आरा नवादा थाना क्षेत्र के संकटमोचन नगर मुहल्ले में किराए का मकान लेकर रहता था। इधर, मृतक के ससुर बलवंत सिंह ने बताया कि 24 फरवरी की दोपहर गांव के ही एक युवक अंकज कुमार सिंह ने उनके दामाद को फोन कर अपने घर बुलाया था। इसके बाद वे अभय सिंह के साथ दोपहर में घर से निकले थे, पर घर वापस नहीं लौटे। उसी दिन उन्होंने अपनी पत्नी के मोबाइल पर भी फोन कर बात की थी। इधर , परिजनों ने सोचा कि वे गांव चले गए होंगे।

पत्नी के मोबाइल पर आया था मैसेज, मांगी गई थी रंगदारी

25 फरवरी की सुबह मृतक की पत्नी पूजा देवी के फोन पर एक मैसेज आया था। उसमें 20 लाख रुपए रंगदारी की मांग की गई थी तथा नहीं देने पर उमेश की हत्या करने की बात कही गई थी। इसके बाद स्‍वजनों ने काफी खोजबीन की। लेकिन, कुछ पता नहीं चल सका था। फिर मृतक की पत्नी पूजा देवी ने इसकी लिखित शिकायत देने पुलिस अधीक्षक कार्यालय भी गई थी, लेकिन उस दिन मुलाकात नहीं हो पाई थी। इसके बाद 26 फरवरी को फिर वह दूसरी बार पुलिस अधीक्षक कार्यालय एवं नवादा थाना में लिखित आवेदन दी थी। शुक्रवार की देर रात बामपाली फोरलेन के किनारे से गोली मारकर हत्या कर फेंका गया शव पुलिस ने बरामद किया। इसके बाद पुलिस ने इसकी सूचना मृतक के परिजनों को दी।

नौकरी जाने के बाद करता था प्रॉपर्टी डीलर व सूद का काम

बताया जाता है कि उमेश पहले सीआरपीएफ में नौकरी करता था। नौकरी के दौरान विभाग से किसी कारण वह बर्खास्‍त हो गया था। जिसके बाद वह एलआईसी, प्रॉपर्टी डीलर व सूद का भी काम करता था। पुलिस पैसे  के लेन-देन विवाद से ही घटना को जोड़कर छानबीन कर रही है। शव बरामद होने के बाद सदर एसडीपीओ पंकज रावत के अलावा नवादा इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने मौके पर पहुंच कर छानबीन की। साथ में गजराजगंज ओपी पुलिस भी थी।

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