बिहारः पटना में 24 साल बाद पढ़ाई शुरू कर बेटी से आगे निकली मां, अब बनना है प्रोफेसर
45 साल की सुलेखा कुमारी अपनी बेटी श्रेया के साथ पटना के मगध महिला कॉलेज में 2019 में नामांकन लिया था। सुलेखा बताती हैं कि कुछ ही दिनों पहले परीक्षा परिणाम आया है। वे प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुई हैं जबकि बेटी द्वितीय।
जागरण संवाददाता, पटना: सपनों को पूरा करने में उम्र बाधक नहीं होती है। इसका उदाहरण 45 साल की सुलेखा कुमारी हैं। अपनी बेटी श्रेया के साथ पटना के मगध महिला कॉलेज में 2019 में नामांकन लिया था। बेटी श्रेया जीव विज्ञान में ऑनर्स कर रही है तो मां हिंदी विषय से। सुलेखा बताती हैं कि कुछ ही दिनों पहले परीक्षा परिणाम आया है। वे प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुई हैं, जबकि बेटी द्वितीय। पढ़ाई में कई बार बेटी उनकी मदद भी करती है। आगे भी मेहनत से पढ़ाई जारी रखेंगी।
पढ़ाई में बेटी सीनियर तो परिणाम में मां
एक ही कॉलेज में दोनों पढ़ाई कर रही हैं। बेटी मां से पढ़ाई में सीनियर है। उसने इस बार द्वितीय वर्ष की परीक्षा दी है तो मां ने प्रथम वर्ष की। श्रेया बताती हैं, परीक्षा परिणाम में वे अपनी मां से पीछे हैं, लेकिन उन्हें खुशी है कि मां का नतीजा बेहतर है।
प्रोफेसर बनना लक्ष्य
मां सुलेखा बताती हैं कि शादी के बाद उनकी पढ़ाई छूट गई थी, जिसका उन्हें अफसोस था। 24 साल बाद मौका मिला तो बेटी के साथ फिर से पढ़ाई शुरू कर दी। वे बताती हैं कि उन्हें पढ़ाई खत्म करने के बाद कॉलेज में प्रोफेसर बनना है। वह मुकाम हासिल करना चाहती हैं, ताकि परिवार उन पर गर्व महसूस कर सके। इसके लिए काफी मेहनत कर रही हैं।
उम्र में छोटे शिक्षक
सुलेखा बताती हैं, ऑनलाइन क्लास के कारण कुछ नए शिक्षकों को पहचान नहीं पा रहे हैं। इस कारण कभी-कभी क्लास के दौरान वे उन्हें बाबू कहकर भी बुला देती हैं। इससे उन्हें थोड़ा अजीब तो लगता है, लेकिन अपने से कम उम्र की शिक्षकों से पढ़कर उन्हें मजा भी बहुत आता है। वे कहती हैं कि कोई कुछ भी कहे पर मुझे तो पढ़ना है। पढ़ने-लिखने की कोई उम्र नहीं होती है। थोड़ा देर जरूर आई हूं पर दुरूस्त आई हूं।