अनियंत्रित वाहन ने छात्र को रौंदा, आगजनी
दानापुर स्टेशन के पश्चिम नेऊरा रोड, कृष्णानगर के समीप बुधवार की सुबह साइकिल सवार छात्र की मौत हो गई।
पटना (खगौल)। दानापुर स्टेशन के पश्चिम नेऊरा रोड, कृष्णानगर के समीप बुधवार की सुबह साइकिल से बाजार जा रहे 12 वर्षीय छात्र अंकित कुमार को अनियंत्रित वाहन ने रौंद दिया, जिससे घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। हादसे के बाद परिजन और स्थानीय लोगों ने आगजनी कर सड़क को जाम कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे असफल रहे। हंगामा बढ़ने पर दानापुर एएसपी, एसडीओ, खगौल थानाध्यक्ष व बीडीओ ने मौके पर पहुंचकर आक्रोशित लोगों को शांत कराया और शव पोस्टमॉर्टम के लिए अनुमंडल अस्पताल भेजा। ढाई घंटे बाद वाहनों का परिचालन सामान्य हुआ।
जानकारी के मुताबिक खेदलपुरा जमालुद्दीनचक निवासी जितेंद्र कुमार का पुत्र अंकित कुमार साइकिल से बाजार जा रहा था। छात्र जब नेऊरा रोड के कृष्णा नगर समीप ही पहुंचा था कि ट्रक को ओवरटेक करने के चक्कर में अनियंत्रित वाहन की चपेट में आ गया।
सड़क जाम से गाड़ियों की लगी रही कतार
घटना की जानकारी मिलने के बाद पहुंचे छात्र के पिता जितेंद्र कुमार, मां पूनम देवी व अन्य परिजन और ग्रामीणों ने शव के साथ खगौल- नेऊरा रोड मुख्य मार्ग को जामकर दिया। आक्रोशित लोग वाहन चालक की गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क पर आगजनी कर हंगामा शुरू कर दिया। इस कारण गाड़ियों की कतार लगी रही।
जाम के कारण अक्सर होती है दुर्घटना
प्रदर्शन में शामिल जमालउद्दीनचक के पूर्व मुखिया उदय शकर यादव, आरजेडी नगर अध्यक्ष नवाब आलम, संजय कुमार, राजेश व अन्य स्थानीय लोगों ने बताया कि जाम के कारण वाहन वाले ओवरटेक कर आगे निकलने के चक्कर में रहते हैं, जिससे अक्सर दुर्घटना होती है। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि एएसपी मनोज कुमार तिवारी, एसडीओ अमिताभ कुमार गुप्ता से बताया कि शाहपुर थाना व खगौल थाना द्वारा जमालउद्दीनचक मोड़ पर वाहनों से अवैध वसूली की जाती है। साथ ऑटो वाले पैसेंजर को बैठाने के लिए जाम लगा देते हैं। अबतक इस सड़क पर दर्जनों लोगों की मौत हो चूकी हैं। उनलोगों ने कहा कि यदि पुलिस द्वारा अवैध वसूली व ऑटो चालकों पर लगाम नहीं लगाया गया तो आदोलन करने पर बाध्य होंगे। वहीं एएसपी मनोज कुमार तिवारी ने इसपर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। वहीं दानापुर बीडीओ द्वारा पीड़ित परिवारों को सरकारी सहायता राशि देने की बात कही, लेकिन परिजनों ने राशि लेने से इन्कार कर दिया।