बिहार में भवनों की क्वालिटी से खिलवाड़ करने वालों पर होगा कड़ा एक्शन, सरकार ने बना दी छह लोगों की टीम
बिहार में भवनों के निर्माण में गुणवत्ता को लेकर अक्सर सरकार चिंतित रहती है। बिहार सरकार ने अब बड़े स्तर पर सरकारी भवनों की गुणवत्ता की निगरानी का फैसला किया है। मेगा प्रोजेक्ट के साथ बड़े भवनों के निर्माण में क्वालिटी मानिटरिंग के लिए बकायदा क्वालिटी कंट्रोल मैनुअल बनाया जाएगा।
पटना, राज्य ब्यूरो। प्रदेश में बड़ी संख्या में सरकारी भवनों के साथ कई मेगा प्रोजेक्ट निर्माणाधीन हैं। सरकार की बड़ी चिंता भवनों के निर्माण में गुणवत्ता बनाए रखने की होती है। गुणवत्ता पर फिलहाल विभाग की मानिटरिंग सेल की नजर रहती है। जो देखती है कि निर्माण के दौरान मटेरियल में किसी प्रकार का कोई समझौता तो नहीं किया गया। लेकिन, अब सरकार ने बड़े स्तर पर सरकारी भवनों की गुणवत्ता की निगरानी का फैसला किया है। भवन निर्माण सचिव कुमार रवि की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह तय हुआ है कि मेगा प्रोजेक्ट के साथ अन्य बड़े भवनों के निर्माण में क्वालिटी मानिटरिंग के लिए बकायदा क्वालिटी कंट्रोल मैनुअल बनेगा।
मैनुअल में किए जाने वाले प्रावधानों के तहत ही कोई भी निर्माण होगा। यदि संवेदक या निर्माण कंपनी ने नियमावली में किए गए प्रावधानों का उल्लंघन किया तो वैसे लोगों को योजना से डिबार करने की व्यवस्था भी रहेगी। बैठक में इस कार्य को प्राथमिकता पर करने के लिए विभाग ने छह सदस्यीय कमेटी का गठन भी कर दिया है।
कुमार रवि ने मैनुअल तैयार करने के लिए गठित कमेटी को 15 दिनों का समय दिया है। कमेटी अपने ड्राफ्ट में यह सुझाव देगी कि भवनों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए क्या-क्या कदम उठाए जाने चाहिए। विभाग के स्तर पर गुणवत्ता जांच के लिए एक टीम होनी चाहिए साथ ही अलग-अलग प्रमंडलों में भी ऐस कमेटी बने। ड्राफ्ट तैयार होने के बाद विभाग की कमेटी इस पर विचार करेगी इसके बाद इसे मंत्रिमंडल के विचारार्थ भेजा जाएगा।
नियमावली तैयार करने को गठित कमेटी
ई. शरद चंद्र, अधीक्षक अभियंता भवन अंचल आरा
ई. खुर्शीद आलम, वरीय वास्तुविद
ई. रमेंद्र कुमार अधीक्षक अभिंयता, पटना
ई. रामबाबू प्रसाद कार्यपालक अभियंता संरचना प्रमंडल 02
ई राजीव कुमार कार्यपालक अभियंता, संरचना प्रमंडल 03
र्ई. सचिंद्र कुमार, सहायक अभियंता, अग्रिम योजना अंचल