राजधानी में एक को छोड़ सभी कोविड केयर सेंटर बंद, सिर्फ पाटलिपुत्र अशोक में इलाज की सुविधा
पटना में सिविल सर्जन के अधीन चलने वाले सात कोविड केयर सेंटर में से छह को बंद कर दिए गए हैं। सिर्फ पाटलिपुत्र अशोक होटल स्थित 150 बेड का अस्पताल चल रहा है। चुनाव कार्य में स्वास्थ्य कर्मियों की जरूरत को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
पटना, जेएनएन। बिहार की राजधानी में सिविल सर्जन के अधीन चलने वाले सात कोविड केयर सेंटर में से अब छह को बंदकर दिया गया है। वर्तमान में पटना में सिर्फ पाटलिपुत्र अशोक होटल स्थित 150 बेड का अस्पताल चल रहा है। कोरोना संक्रमितों की संख्या कम होने और चुनाव कार्य में स्वास्थ्य कर्मियों की जरूरत को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। अब कोरोना संक्रमित को सामान्य समस्या होने पर भी एम्स पटना, एनएमसीएच, पीएमसीएच या सेना द्वारा संचालित ईएसआइ हॉस्पिटल बिहटा जाना होगा।
अब सामान्य रोगियों को भी तय करनी होगी लंबी दूरी
बताते चलें कि कोरोना संक्रमितों की संख्या बढऩे पर स्वास्थ्य विभाग ने पटनासिटी स्थित कंगनघाट में दो सौ, पाटलिपुत्र स्पोट्र्स कॉम्प्लेक्स में सौ, पाटलिपुत्र अशोक में 150, बामेती में 84, दानापुर, मसौढ़ी, बाढ़ व पालीगंज एसडीएच में 30-30 बेड के कोविड केयर सेंटर की स्थापना की थी। यहां सांस में दिक्कत होने पर ऑक्सीजन सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। अब ऐसे रोगियों को एम्स, ईएसआइ बिहटा, पीएमसीएच और एनएमसीएच जाना होगा। पीएमसीएच के सौ बेड भरने पर पटना सदर क्षेत्र के और एनएमसीएच में बेड फुल होने पर पीएमसीएच, एम्स या ईएसआइ बिहटा जाना होगा।
हर दिन जाना जाता संक्रमित का हाल, जरूरत होने पर मिलेगी एंबुलेंस
सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी सिंह ने बताया कि कंगन घाट, पाटलिपुत्र कॉम्प्लेक्स व अन्य कोविड केयर सेंटर इसीलिए बंद किए गए क्योंकि वहां न के बराबर रोगी पहुंच रहे थे। एम्स, पीएमसीएच, एनएमसीएच, ईएसआइ हॉस्पिटल जैसे बड़े संस्थानों के अधिकतर बेड खाली हैं। कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद कॉल सेंटर हर दिन हर रोगी की तबियत का रिकॉर्ड रखता है। यदि कोई रोगी समस्या बताता है तो उसे एंबुलेंस द्वारा नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराने की व्यवस्था की गई है।
वर्तमान में इलाज की व्यवस्था
- एम्स पटना, 644 बेड
- पीएमसीएच, 100 बेड
- एनएमसीएच, 100 बेड
- पाटलिपुत्र अशोक, 150 बेड
- ईएसआइ बिहटा, 500 बेड