लालू यादव की जेल से रिहाई के लिए तेजप्रताप ने राष्ट्रपति से लगाई गुहार, परिवार ने छेड़ा अभियान
लालू के परिवार ने उनकी रिहाई के लिए अभियान चलाया है। बड़े पुत्र तेजप्रताप ने राष्ट्रपति को पत्र लिखा है कि पिता बहुत बीमार हैं उन्हें छोड दें । तेजस्वी ने अखिलेश यादव से समर्थन मांगा है। पुत्री रोहिणी ने सोशल मीडिया पर लालू की रिहाई के लिए अभियान छेड़ा
पटना, राज्य ब्यूरो । तबीयत बिगड़ जाने पर रांची के रिम्स (RIMS, Ranchi) से दिल्ली एम्स (AIIMS, Delhi) में भर्ती कराए गए राजद प्रमुख लालू प्रसाद (RJD Supremo Lalu Prasad Yadav) की रिहाई के लिए उनके परिवार के सदस्यों ने अभियान चलाया है। उनके बड़े पुत्र व विधायक तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) को सोमवार (25 जनवरी ) को पोस्टकार्ड पर पत्र लिखकर अभियान की शुरुआत की, जिसके बाद लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य (daughter Rohini Acharya) ने भी पहल की। तेजप्रताप ने इसके लिए यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Former CM of UP Akhilesh Yadav) से भी समर्थन मांगा है।
राजद कार्यालय में राष्ट्रपति को लिखे पोस्टकार्ड को दिखाते तेज प्रताप यादव ( बाएं से दूसरे) ।
27 जनवरी को राष्ट्रपति से करेंगे मुलाकात
तेज प्रताप यादव ने कहा कि 27 जनवरी को वह खुद दिल्ली जाकर राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे। आग्रह करेंगे कि लालू प्रसाद को रिहा कर दिया जाए। उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाया गया है और जेल में बंधक बनाकर रखा गया है। तेजप्रताप ने इसे राजनीतिक षड्यंत्र (conspiracy) बताया और कहा कि चारा घोटाले से संबंधित जितने भी लोग हैं, उनमें सबको रिहा कर दिया गया। अब सिर्फ लालू ही बचे हैं। पत्र में तेजप्रताप ने राष्ट्रपति से आग्रह किया कि उनके पिता बहुत बीमार हैं। इसलिए अब जेल से रिहा कर देना चाहिए। शुरू से अभी तक लालू ने गरीब-गुरबों का पक्ष लिया है। उन्होंने दावा किया कि लड़ाई को मुकाम तक पहुंचाएंगे। गांव-गांव में अभियान चलेगा। कहा कि मैंने अपनी बहनों से भी मदद मांगी है। उनका संपर्क प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) से भी है।
पुत्री रोहिणी ने सोशल मीडिया पर चलाया अभियान
लालू की रिहाई के लिए संघर्ष के ऐलान के बाद सिंगापुर में रहने वाली रोहिणी आचार्य ने भी ट्विटर हैंडल के जरिए राष्ट्रपति से गुहार लगाई है। उन्होंने आम लोगों से अभियान के साथ आने की अपील की है और कहा है कि जिन्होंने हमें ताकत दी है, आज उनके लिए कुछ करने का वक्त है।