बिहार के विश्वविद्यालयों में छोटे एवं आनलाइन कोर्स होंगे शुरू, घर बैठे ही मिल जाएगा सर्टिफिकेट
सर्टिफिकेट इन जनरल ड्यूटी असिस्टेंट कोर्स सॢटफिकेट इन होम हेल्थ असिस्टेंट कोर्स छह माह के होंगे। इसी तरह बीबीए बीसीए व टूरिज्म आदि कोर्स अब आनलाइन पढ़ाई के दायरे में होंगे। बिहार के विश्वविद्यालयों में आनलाइन पढ़ाई की भी व्यवस्था होने जा रही है।
राज्य ब्यूरो, पटना : बिहार के विश्वविद्यालयों में आनलाइन पढ़ाई की भी व्यवस्था होने जा रही है। इसके लिए शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालयों को छोटे और आनलाइन कोर्स शुरू करने की तैयारी करने को कहा है। यूजीसी ने भी विश्वविद्यालयों को ऐसा निर्देश पहले ही दे दिया है। निर्देश के मुताबिक सर्टिफिकेट इन जनरल ड्यूटी असिस्टेंट कोर्स, सॢटफिकेट इन होम हेल्थ असिस्टेंट कोर्स छह माह के होंगे। इसी तरह बीबीए, बीसीए व टूरिज्म आदि कोर्स अब आनलाइन पढ़ाई के दायरे में होंगे।
शिक्षा विभाग के सचिव असंगबा चुबा आओ ने कुलसचिवों को निर्देश दिया है कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में उच्च शिक्षण संस्थानों में छोटे और आनलाइन कोर्स को प्रमुखता से लागू करने का प्रविधान है। इसके आलोक में रोजगारपरक छोटे पाठ्यक्रम को प्रमुखता से लागू कराएं। एमबीए (हास्पिटल एडमिस्ट्रेशन), बीबीए, बीसीए, बीए, बीए (मास कम्यूनिकेशंस एण्ड जर्नलिज्म), बीए (ट्यूरिज्म एडमिस्ट्रेशन), एमकाम, बीकाम जैसे आनलाइन कोर्स भी अगले सत्र से शुरू कराएं। साथ ही, स्नातक स्तर पर हेल्थ केयर मैनेजमेंट सर्टिफिकेट प्रोग्राम और रुलर डेवलपमेंट मैनेजमेंट आदि कोर्स को भी शामिल किया जाना चाहिए। आनलाइन कोर्स में नामांकन लेने वाले विद्यार्थियों को स्टडी मटेरियल, आडियो-वीडियो लेक्चर और एक्सपर्ट की सलाह की व्यवस्था होनी चाहिए।
बता दें कि बिहार में करीब एक साल तक कोरोना का असर रहा। राज्य में बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हुए। इस दौरान स्कूल और कालेजों में आनलाइन ही पढ़ाई हुई। इस साल कोरोना संक्रमण के मामले में कमी आने के बाद स्कूल और कालेज खुद गए हैं। इसके साथ ही राज्य में आनलाइन कोर्स की भी मांग बढ़ी है। कोरोना संक्रमण के दौरान ऐसे कई तरह के आनलाइन कोर्स संचालित किए गए थे। इसी को देखते हुए अब बिहार सरकार ने भी निर्णय लिया है। बिहार के विवि में आनलाइन पढ़ाई की भी व्यवस्था होने जा रही है। यूजीसी ने भी विश्वविद्यालयों को ऐसा निर्देश पहले ही दे दिया है।