बिहार युवा कांग्रेस के छह जिला अध्यक्ष हटाए गए, कुछ को महासचिव व सचिव की मिली जिम्मेदारी

बिहार युवा कांग्रेस ने अपने छह जिला अध्यक्ष को पद मुक्त कर दिया है। पार्टी ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। इन्हें युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी के निर्देश पर पद से हटाया गया है।

By Akshay PandeyEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 02:01 PM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 02:01 PM (IST)
बिहार युवा कांग्रेस के छह जिला अध्यक्ष हटाए गए, कुछ को महासचिव व सचिव की मिली जिम्मेदारी
बिहार युवा कांग्रेस ने अपने छह जिला अध्यक्ष को पद मुक्त कर दिया है। प्रतीकात्मक तस्वीर।

राज्य ब्यूरो, पटना : बिहार युवा कांग्रेस ने अपने छह जिला अध्यक्ष को पद मुक्त कर दिया है। पार्टी ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। इन्हें युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी के निर्देश पर पद से हटाया गया है। युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गुंजन पटेल ने गुरुवार को बताया कि मधेपुरा के जिलाध्यक्ष बंटू कुमार, बांका अध्यक्ष निर्भय कुमार, मुंगेरनके तुषार, नालंदा उदय शंकर कुमार, जहानाबाद अभिनव कुमार, राहुल शेखर अरवल और नवादा जिलाध्यक्ष नंदन कुमार तत्काल प्रभाव से पद मुक्त किया गया है। दूसरी ओर पार्टी ने संगठन में कुछ लोगों की सक्रियता को देखते हुए उन्हें प्रदेश महासचिव और सचिव पद जी जिम्मेदारी भी दी है।

इन्हें दी गई नहीं जिम्मेदारी

पार्टी से मिली जानकारी के अनुसार रविन्द्र कुमार, इमाम अली, मृणाल कामेश, जितेंद्र कुमार को महासचिव नियुक्त किया गया है। जबकि सचिव पद पर अंजिनु कुमार भारती, दुर्गेश गुप्ता, चौधरी चरण सिंह, मिथिलेश कुमार, आदित्य कुमार, आनंद आलोक, मो. जावेद, मोहिउद्दीन और वरुण पासवान को तैनात किया है। बता दें कि गुरुवार को किया गए परिवर्तन के लिए बकायदा पार्टी की तरफ से आदेश जारी किया गया है। युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी के निर्देश पर यह परिवर्तन किया गया है।

बिहार विधानसभा चुनाव में मिली थी निराशा

गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को निराशा हाथ लगी थी। पार्टी को मात्र 19 सीट से संतोष करना पड़ा था। जबकि सहयोगी पार्टी राजद ने बिहार में सबसे ज्यादा 75 सीट मिली थी। इसके बाद से ही कांग्रेस में परिवर्तन का दौर शुरू हो गया था। पार्टी का सामने सबसे बड़ी चुनौती संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने की हो गई है। इधर, कांग्रेस ने बिहार पंचायत चुनाव में किस्मत आजमाने का निर्णय लिया है। पार्टी की ओर से कहा गया है कि बिहार में चूंकि पंचायत चुनाव गैर-दलीय होते हैं ऐसी स्थिति में पार्टी किस प्रकार अपने उम्मीदवार खड़े कर सकती है और किसे समर्थन दे सकती है। 

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