फुटपाथ पर दुकान, सड़क पर खतरे में जान
अभियान इसका लोगो भी है.. -सबसे भीड़भाड़ वाले क्षेत्र पटना जंक्शन मार्केट के फुटपाथ पर रेहड़ी-पटरी वालों का कब्जा -------- समस्या.. -आधी सड़क तक बेहिचक सामान सजा देते हैं दुकानदार लगता है महाजाम -सुबह सड़क रहती है काफी चौड़ी दस बजते ही हो जाती है संकीर्ण ----------- -1 लाख से अधिक यात्रियों का इस रास्ते से होता है आना-जाना -पांच सौ के करीब अस्थायी दुकानें सजती हैं जंक्शन के आसपास फुटपाथ पर -------- जागरण संवाददाता पटना
पटना । शहर में सुगम यातायात के लिए बनाए गए फुटपाथ अतिक्रमण की चपेट में है। कहीं दुकानदार तो कहीं रेहड़ी-पटरी वालों ने कब्जा कर रखा है। मजबूरी में सड़क पर चल रहे राहगीर हादसे का शिकार हो रहे हैं।
सबसे ज्यादा भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र पटना जंक्शन मार्केट के फुटपाथ पर रेहड़ी-पटरी वालों का कब्जा है। आधी सड़क तक बेहिचक सामान सजा देते हैं। प्रतिदिन एक लाख से अधिक रेल सहित अन्य यात्री इस रास्ते से आते-जाते हैं। सुबह में यह सड़क काफी चौड़ी रहती है, लेकिन दस बजते ही संकीर्ण हो जाती हैं। ऐसे में गाड़ियां तो दूर पैदल चलने में भी लोगो को परेशानी होती है। इस कारण यहां हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है। यह क्षेत्र पटना स्मार्ट सिटी के मूल क्षेत्र में है।
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जंक्शन से जीपीओ गोलंबर तक
जाने में छूट जाते हैं पीसने
चिकेन की दुकानें भी फुटपाथ पर ही लगी है। जंक्शन से जीपीओ गोलंबर जाने में पीसने छूट जाते हैं। जंक्शन गोलंबर से चिरैयाटांड पुल की तरफ जाने पर पार्किंग स्थल और सड़क की दोनों तरफ दुकानें सजती हैं। जंक्शन से फ्रेजर रोड की तरफ जाने फुटपाथ से जाना संभव नहीं है। बुद्ध स्मृति पार्क की दूसरी तरफ फुटपाथ पर कब्जा है। जंक्शन के आसपास की सड़कों पर करीब पांच सौ अस्थायी दुकानें सजतीं हैं।
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पटना जंक्शन मार्केट के वेंडर्स के लिए हाकर्स व वेंडिग जोन के निर्माण के लिए लगातार प्रयासरत हूं। पटना स्मार्ट सिटी के मूल क्षेत्र में यह स्थल है। पटना जंक्शन के आसपास हमेशा जाम की स्थिति रहती है। फुटपाथ भी कब्जे में रहता है। हमेशा अतिक्रमण मुक्त किया जाता है। स्थायी समाधान के लिए पटना स्मार्ट सिटी के अध्यक्ष सह नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर के समक्ष मसला उठा चुकी हूं।
सीता साहू, महापौर
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पटना जंक्शन के पास बड़ी संख्या में वेंडर हैं। ये मजबूरी में सड़क के किनारे व्यवसाय करते हैं। इनलोगों को बकरीबाजार में अस्थायी तौर पर बसा दिया जाना चाहिए। स्टेशन के आसपास फुटपाथ और रोड कब्जे से मुक्त हो जाएगा। एक तरफ वेंडर लाइसेंस और दस हजार रुपये ऋण दिया जा रहा है। दूसरी तरफ उनकी दुकानें हमेशा हटाई जाती हैं। स्थायी समाधान करना होगा और वेंडिग जोन बनाना होगा।
-विनय कुमार पप्पू, वार्ड पार्षद
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जंक्शन के पास मार्केट है। महावीर मंदिर है। हमेशा यहां आना-जाना होता है। फुटपाथ की बात दूर आधी सड़कें वेंडरों के कब्जे में है। चलना मुश्किल हो जाता है। वेंडरों को जोन बनाकर बसा देना चाहिए। काफी परेशानी होती है। ध्यान हटने पर दुर्घटना तय है।
चंदा दुबे, राहगीर
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वेंडर का मुझे लाइसेंस मिल गया है। मैं सड़क पर ही दुकानें लगाने को मजबूर हूं। परिवार का भरण पोषण करना है। पुलिस वाले आते हैं तो भागना पड़ता है। कई बार कपड़े पलटकर सड़कर पर गिरा देते हैं। काफी सहन के बाद भी हमलोग कारोबार कर रहे हैं। सरकार वेंडिग जोन का निर्माण कराकर करोबार का माहौल दे।
-मो. इजावेद इकबाल, पटना जंक्शन मार्केट