कोरोना तो मुझे हुआ था, उसने मेरे पति को मार डाला; महिला की यह शिकायत सुन शेखपुरा पुलिस परेशान
गुरुवार को बरबीघा थाने में एक महिला अपने बेटे के साथ पहुंची और उसने ऐसा दावा किया कि पुलिस भी उलझ गई है। महिला ने बताया कि वह कुमुद की पत्नी है। उसने दावा किया कि उसके पति की हत्या कर दी गई है।
बरबीघा (शेखपुरा), संवाद सूत्र। शेखपुरा जिले के बरबीघा थाना की पुलिस आजकल एक अजीब मामले की गुत्थी सुलझाने में जुटी है। बरबीघा नगर क्षेत्र के माउर गांव निवासी कुमुद रंजन उर्फ कवि जी नाम के एक शख्स की पिछले दिनों कोविड-19 संक्रमण से मौत होने की जानकारी सामने आई थी। इस बीच गुरुवार को बरबीघा थाने में एक महिला अपने बेटे के साथ पहुंची और उसने ऐसा दावा किया कि पुलिस भी उलझ गई है। महिला ने बताया कि वह कुमुद की पत्नी है। उसने दावा किया कि उसके पति की हत्या कर दी गई है। महिला मामले की प्राथमिकी दर्ज कराने पर अड़ी है, लेकिन पुलिस ने उसे प्राथमिक जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
जवान बेटे के साथ थाने पहुंची महिला
कुमुद की पहली पत्नी होने का दावा करने वाली महिला अपने 27 वर्षीय दिव्यांग पुत्र के साथ बरबीघा थाना पहुंची। महिला के पुत्र पीयूष रंजन ने बताया कि उसके की हत्या कर लाश को जला दिया गया है। यह जानकारी उसे 30 अप्रैल को हुई। पीयूष का कहना है कि खुद कोरोना संक्रमित होने के कारण तब वह और उसकी मां थाने नहीं आ पाए।
अपने ही फूफा और एक महिला पर लगाया आरोप
हत्या का आरोप युवक ने नालंदा जिले के थरथरी थाना क्षेत्र के कुलबीघा निवासी अपने फूफा इंद्रजीत सिंह उर्फ सल्लू सिंह पर लगाया है। उसका कहना है कि उनके घर में काम करने वाली एक महिला और उसके तीन बच्चे भी इस जुर्म में शामिल हैं। मां-बेटे का यह भी दावा है कि उस महिला ने उनके पैतृक घर को भी दखल कर लिया है।
दूसरी शादी का बताया जा रहा झमेला
इधर, गांव वालों का दावा है कि कुमुद ने दूसरी शादी कर ली थी और दूसरी पत्नी के साथ ही देवघर में रह रहे थे । उनकी मां भी अपनी दूसरी बहू के साथ ही रहती हैं। कुमुद की कोरोना संक्रमण से मौत के बाद दूसरी पत्नी ने ही पति का दाह संस्कार करवाया। दूसरी पत्नी ने ही पैतृक गांव में आकर श्राद्ध कर्म भी संपन्न कराया। थाना प्रभारी जयशंकर मिश्रा ने बताया कि पुलिस प्राथमिकी दर्ज करने से पहले मामले की छानबीन कर रही है।