आर ब्लॉक-दीघा सिक्स लेन अटल पथ पर पुनाईचक-श्रीकृष्णपुरी के बीच बनेगा दूसरा फुट ओवरब्रिज
Patna Common Man Issues दीघा-आर ब्लॉक के आसपास रहने वालों की बड़ी मुश्किल होगी दूर विधान परिषद में पथ निर्माण मंत्री ने ध्यानाकर्षण पर दी जानकारी यहां अंडर पास नहीं होने के कारण लाखों को लोग परेशान हैं
पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार सरकार आर ब्लॉक से दीघा अटल पथ पर पुनाईचक एवं श्रीकृष्णपुरी के बीच दूसरा फुट ओवर ब्रिज बनाने की संभावना तलाश रही है। विशेष बात यह है कि इस फुट ब्रिज के साथ एक लिफ्ट भी लगाई जाएगी। विधान परिषद में मंगलवार को दिलीप जायसवाल के ध्यानाकर्षण पर यह जानकारी पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने दी। उन्होंने सदन को बताया कि दूसरे फुट ओवरब्रिज के लिए जिला प्रशासन और नगर निगम से अनुरोध किया गया है।
आम लोगों की परेशानी का उठा था मुद्दा
दिलीप जायसवाल ने ध्यानाकर्षण में कहा कि अटल पथ के डीपीआर में अंडर पास का प्रावधान किया गया, लेकिन इंजीनियरों में हेराफेरी कर दी। अंडर पास नहीं होने के कारण लाखों को लोग परेशान हैं। सर्विस रोड व्यस्त होने के कारण प्रति दिन दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। ऐसे में पथ निर्माण विभाग इंद्रपुरी रोड नंबर-10 के पास अंडरपास का प्रावधान करे। इंजीनियरिंग के दृष्टिकोण से यह काम कठिन नहीं है। सरकार के इस पहल से बोरिंग रोड आने-जाने वाले लोगों को सहूलियत होगी। इंद्रपुरी, महेश नगर और पुनाईचक से लाखों लोग बोङ्क्षरग रोड स्थित स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, दवा दुकान, बाजार और पेट्रोल पंप जाने के लिए परेशान होते हैं। यही नहीं, सर्वाधिक दुश्वारियां बुजुर्ग, महिलाएं, साइकिल, रिक्शा और ठेला चालकों को झेलनी पड़ती है। पूरक सवाल के जरिए नवल किशोर यादव ने इंजीनियरों की मंशा पर सवाल खड़ा किया।
उन्होंने कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह से संरक्षण देने का आग्रह करते हुए इंजीनियरों पर करारा कटाक्ष किया। कहा की हुजूर यह रोड नट्ठा गाय बथान की शोभ की तर्ज बनकर रह गया है। इस पूरक सवाल के जरिए जायसवाल ने कटाक्ष किया। यह रोड लड्डू लड़े और बूंदी झड़े के कहावत को चरितार्थ करने वाला बन कर रहा गया है। उन्होंने सदस्यों के आग्रह पर सीमांचल के कहावत को विस्तार से समझाया। बताया कि प्रशासन के मुकदमे के कारण पुलिस वाले स्थानीय लोगों को परेशान कर रहे हैं। 150 से अधिक लोगों पर मुकदमा कर दिया गया है।
दिल्ली में कई किलो मीटर लंबा मेट्रो लाइन बन सकता है। इंगलैंड और फ्रांस में समुद्र के नीचे सैकड़ों किलो मीटर रेल लाइन बन सकता है तो अटल पथ पर अंडर क्यों नहीं संभव है। जल जलाव से बचाव के साथ इंजीनियर विकल्प तलाशें। अंडर पास का प्रावधान सुनिश्चित किया जाए।