जेईई मेन में टाप कर सत्‍यदर्शी ने बढ़ाया बिहार का मान, इनसे जानिए कैसे करें इस परीक्षा की तैयारी

जेईई मेन में 100 परसेंटाइल (100 Percentile in JEE Main) लाकर बेगूसराय के कुमार सत्‍यदर्शी ऑल इंडिया में 11 वें स्थान पर एवं राज्य में दूसरे स्थान पर आए हैं। वे कहते हैं कि नियमित रूप से अध्‍ययन किया जाए तो सफलता जरूर मिलती है।

By Vyas ChandraEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 12:32 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 12:32 PM (IST)
जेईई मेन में टाप कर सत्‍यदर्शी ने बढ़ाया बिहार का मान, इनसे जानिए कैसे करें इस परीक्षा की तैयारी
माता-पिता एवं बड़े भाई के साथ कुमार सत्‍यदर्शी। जागरण
बेगूसराय, जागरण संवाददाता।  बेगूसराय की धरती ने एक बार फिर से अपनी प्रतिभा का परिचय पूरे देश में बुलंद किया है। इस बार जेईई मेंस में 100 परसेंटाइल (100 Percentile in JEE Main) लाकर बेगूसराय के कुमार सत्‍यदर्शी ऑल इंडिया में 11 वें स्थान पर एवं राज्य में दूसरे स्थान पर आए हैं। अब वे जेईई एडवांस (JEE Advance) की तैयारी में लगे हैं ताकि इंडियन इंस्‍टीट्यूट आफ साइंस (IISC Bengluru) में पढ़कर फिजिक्‍स का गहराई से अध्‍ययन कर सकें। उनके पिता रामविलास कुमार मध्य विद्यालय रेलवे साहेबपुर कमाल के प्रधानाध्यापक हैं। माता प्रीता कुमारी गृहणी हैं। इनके बड़े भाई कुमार प्रियदर्शी चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग कर रहे हैं।
केंद्रीय विद्यालय से की 12वीं तक की पढ़ाई 
कुमार सत्यदर्शी की प्रारंभिक शिक्षा केंद्रीय विद्यालय आइओसीएल बरौनी (Kendriya Vidyalaya IOCL Barauni) से आरंभ हुई। उन्होंने 2019 में इसी स्कूल से 94.6 फीसद अंक के साथ इंटर पास किया था। शुरू से ही पढ़ने में काफी मेधावी सत्‍यदर्शी ने हाल ही में किशोर वैज्ञानिक प्रोत्‍साहन योजना (KVPY) परीक्षा पास की है। वे दो सालों से मैथमेटिक्स ओलंपियाड में भी सफल होते रहे हैं। कुमार सत्यदर्शी बताते हैं कि उनकी इच्छा फिजिक्स की गहराई में जाने की है। इसीलिए उन्होंने आइआइएससी बंगलुरु  को आगे की पढ़ाई के लिए पसंद किया है। 
सात से आठ घंटे की पढ़ाई पर्याप्‍त  
बड़े भाई प्रियदर्शी ने बताया कि सत्‍यदर्शी ने 11वीं में कोटा के रेजोनेंस में एडमिशन लिया। लेकिन कोरोना की वजह से घर लौटना पड़ा। तब बेगूसराय में रहकर ही आनलाइन क्‍लास की। सात से आठ घंटे रेगुलर पढ़ाई की। कोचिंग संस्‍थान के स्‍टडी मैटेरियल और एनसीईआरटी की पुस्‍तकों से तैयारी करने पर उनका बेस मजबूत हुआ। सत्‍यदर्शी इस दौरान इंटरनेट मीडिया से दूरी बनाए रहे। प्रियदर्शी स्‍वयं भी इंजीनियरिंग कर रहे हैं। वे कहते हैं कि नियमित अध्‍ययन करने से सफलता आसान हो जाती है। सफलता से आत्‍मविश्‍वास में भी इजाफा होता है। 
  
chat bot
आपका साथी